बेंगलुरु। इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्वकप के लिए सर्वश्रेष्ठ 15 खिलाड़ी चुनना भारतीय क्रिकेट प्रबंधन के लिए काफी चुनौतीपूर्ण बनता जा रहा है। हाल ही में खत्म हुए आईपीएल में कई युवा खिलाड़ियों ने इसके लिए मजबूत दावेदारी प्रस्तुत की है। दूसरी तरफ भारतीय टीम के कुछ नियमित और वरिष्ठ खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर चिंता भी जताई जा चुकी है।
विश्वकप के लिए टीम के चयन में हालांकि अभी वक्त है, लेकिन एक खिलाड़ी के चयन की संभावनाओं पर क्रिकेट के प्रशंसकों ने नाराजगी भी जाहिर कर दी है। यह खिलाड़ी ऋषभ पंत हैं, जिन्हें एक दिन पहले टीम इंडिया के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने टीम का अभिन्न हिस्सा बताया था।
द्रविड़ के बयान के बाद कुछ प्रशंसकों ने इसका तीखा विरोध किया है। उनका कहना है कि ऋषभ पंत को टी-20 विश्वकप की योजना का हिस्सा बनाया गया तो टीम की जीत सुनिश्चित नहीं हो पाएगी। हमें ऐसे खिलाड़ियों को चुनना चाहिए, जो क्रिकेट के इस सबसे छोटे प्रारूप के सबसे मुफीद हैं। पंत टेस्ट क्रिकेट और 50 ओवरों के एक दिवसीय मैचों के लिए तो ठीक हैं, लेकिन टी-20 में उनकी योग्यता पर संदेह है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रशंसकों की यह राय पंत के खेलने के तरीके पर सामने आई है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हाल में सम्पन्न हुई टी-20 मैचों की सीरीज में टीम के कप्तान रहे पंत लगातार शरीर से दूर गेंदों को हिट करने पर आउट हुए हैं। इस सीरीज में चार मैचों में पंत ने कुल 58 रन बनाए थे। क्रिकेट के कुछ वरिष्ठ खिलाड़ियों और विशेषज्ञों ने भी पंत के खेलने के तरीके पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि इस शैली के खेल के साथ अगर पंत को विश्वकप के लिए टीम में शामिल किया जाता है तो वह परेशानी खड़ी कर सकते हैं।
राहुल द्रविड़ ने रविवार को बेंगलुरु में वर्षा से रद हुए मैच के बाद कहा था कि इस साल पंत हमारी योजनाओं का अभिन्न हिस्सा हैं। उनका फार्म फिलहाल चिंता की बात नहीं है। क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में मध्यक्रम में ऐसे बल्लेबाज की जरूरत होती है, जो तेजी से रन जुटा सके। एक, दो या तीन पारियों से किसी की क्षमता का आकलन नहीं किया जा सकता है।
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