लंदन। विम्बलडन ग्रैंड स्लैम के आयोजकों ने रूसी और बेलारूसी खिलाड़ियों पर इस वर्ष प्रतियोगिता में प्रतिबंध के फैसले का बचाव किया है। अधिकारियों ने कहा कि हमारे पास इसके अलावा कोई विकल्प नहीं था।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक द ऑल इंग्लैंड लॉन टेनिस क्लब के अधिकारियों ने कहा है कि यूक्रेन के खिलाफ रूसी सैन्य कार्रवाई के मद्देनजर ब्रिटेन की सरकार ने जो दिशा निर्देश जारी किए हैं, उनके आलोक में इन दोनों देशों के खिलाड़ियों पर इस साल के लिए प्रतिबंध लगाया गया है। क्लब के चेयरमैन इयान हेविट ने कहा कि ब्रिटिश सरकार की गाइडलाइन में खिलाड़ियों को उनकी रैंकिंग के आथार पर प्रविष्टि देने से मना किया गया है। हमारे पास दो ही विकल्प थे। या तो हम प्रविष्टि नहीं देते या फिर खिलाड़ी से व्यक्तिगत तौर पर लिखित हलफनामा लेते।
हेविट ने कहा कि वे इस मुद्दे पर स्पष्ट राय रखते हैं और इस मसले पर एटीपी और डब्ल्यूटीए के साथ लगातार बातचीत कर रहे हैं। दूसरे विश्वयुद्ध के बाद यह पहला मौका है, जब राष्ट्रीयता की वजह से खिलाड़ियों को प्रतिबंधित किया गया है। दूसरे विश्वयुद्ध के समय जर्मनी और जापान के खिलाड़ियों को प्रतिबंधित किया गया था।
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