लंदन। विम्बलडन ग्रैंडस्लैम प्रतियोगिता शुरू होने से पहले ही इसके पुरुष एकल मुकाबलों में भारतीय चुनौती खत्म हो गई। भारत के दोनों दावेदार युकी भांबरी और रामकुमार रामनाथन क्वालिफायर के पहले ही दौर में हार गए।

भारत के नंबर एक और विश्व में 172 नंबर के खिलाड़ी रामकुमार को चेक गणराज्य के वित कोप्रिवा के हाथों 5-7, 6-4 से पराजय मिली। दूसरी ओर विश्व में 624वें नंबर के युकी को स्पेन के बर्नाबे जापता मिरालेस ने 7-5, 6-1 से हराया।
स्पेनिश खिलाड़ी मिरालेस इस साल फ्रेंच ओपन के चौथे दौर तक पहुंचे थे, जहां उन्हें जर्मनी के अलेक्जेंडर ज्वेरेव ने पराजित किया था। विम्बलडन क्वालिफाइंग के पहले सेट में भांबरी ने मिरालेस को कड़ी टक्कर दी। उन्होंने एक बार मिरालेस की सर्विस भी तोड़ी। हालांकि अंततः स्पेनिश खिलाड़ी जीतने में कामयाब रहे। उन्होंंने दूसरे सेट में युकी को कोई मौका नहीं दिया और 6-1 की जीत के साथ मैच भी जीत लिया। उधर रामकुमार ने भी पहले सेट में कोप्रिवा को कड़ी टक्कर दी, लेकिन दूसरे सेट में वह ज्यादा प्रतिरोध नहीं पेश कर सके।
अब इस साल विम्बलडन में भारतीय प्रतिनिधित्व की उम्मीद महिला युगल में सानिया मिर्जा पर टिकी है, जो चेक गणराज्य की लूसी रेदेका के साथ खेलेंगी। भारत के एक अन्य खिलाड़ी रोहन बोपन्ना पहले ही विम्बलडन में न खेलने का फैसला कर चुके हैं। इसकी वजह रूसी और बेलारूसी खिलाड़ियों पर प्रतिबंध के चलते विम्बलडन से रैंकिंग प्वाइंट देे का अधिकार छीना जाना है।
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