मॉस्को। दुनिया के दूसरे नंबर के टेनिस खिलाड़ी रूस के डेनिल मेदवेदेव को अब भी उम्मीद है कि वह विम्बलडन ग्रैंड स्लैम प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकेंगे। विम्बलडन अगले माह शुरू होगा।
यूक्रेन पर रूसी सैन्य अभियान के चलते विम्बलडन ने रूस और बेलारूस के खिलाड़ियों पर इस साल प्रतिबंध लगा दिया है। इस फैसले का दुनियाभर के टेनिस संघ और यहां तक कि स्पेन के स्टार खिलाड़ी राफेल नडाल भी विरोध कर चुके हैं। एटीपी और डब्ल्यूटीए यहां तक कह चुके हैं कि प्रतिबंध नहीं हटाया गया तो विम्बलडन को रैंकिंग देने के अधिकार से वंचित किया जा सकता है।
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक मेदवेदेव ने इन सबके बीच मेदवेदेव ने कहा कि मेरे पास फैसला करने का अधिकार नहीं है, लेकिन मैं पूरी गतिविधियों पर नजर लगाए हू। हर्निया का ऑपरेशन कराने के छह हफ्ते बाद मेदवेदेव अब कोर्ट पर उतरने के लिए तैयार हैं। वह जेनेवा में इसकी शुरुआत करेंगे। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति का अपना अलग नजरिया होता है। कुछ लोग टेनिस बॉल को हरी तो कुछ लोग पीली कहेंगे। मुझे मालूम है कि यह पीली है, लेकिन अगर कोई इसे हरा कहेगा तो मैं कुतर्क नहीं करूंगा। मेदवेदेव इस साल जनवरी में ऑस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में नडाल से हार गए थे।
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