लंदन। द 02 एरीना शुक्रवार की रात रोमांच, उल्लास, उत्साह और भावुकता के अद्भुत संगम का गवाह बना। दर्शकों से पूरी तरह भरा एरीना सवा दो घंटे तक जबरदस्त उल्लास और उत्साह बढ़ाने वाले शोर से गूंजता रहा। इसके बाद आया वह पल जब सभी पूरी तरह भावुक हो गए। कई आंखें नम हो गईं। टेनिस जगत का एक सितारा आखिरी बार कोर्ट पर पराक्रम दिखाने के बाद इस चकाचौंध से दूर हो रहा था। यह वक्त था महान रोजर फेडरर के संन्यास का। पूर्व नंबर एक खिलाड़ी रोजर ने यह मैच अपने चिर प्रतिद्वंद्वी और अभिन्न मित्र स्पेन के राफेल नडाल के साथ मिलकर अमेरिकी जोड़ी जैक सोक और फ्रांसिस ताइफू के खिलाफ खेला। हालांकि फेडरर-नडाल की जोड़ी यह मैच हार गई।
फेडरर-नडाल ने पहला सेट 4-6 से जीत लिया। हालांकि बाकी दोनों सेट सोक और ताइफू की जोड़ी ने 7-6, 11-9 से जीत लिया।
मैच के बाद फेडरर ने रूंधे गले से कहा, आज मैं दुखी नहीं, बल्कि काफी खुश हूं। मैं यहां आया, खेला और मैंने एक बार फिर अपने जूतों के फीते बांधे। यह सब आखिरी बार हो रहा था। हमारा मैच काफी अच्छा और बेहतरीन रहा। यहां से काफी कुछ लेकर जा रहा हूं। खासकर नडाल के साथ खेलना काफी अद्भुत रहा। इसके पहले मैच खत्म होते ही फेडरर ने नडाल को गले लगाया और कोर्ट में मौजूद दर्शकों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया। फेडरर आखिरी बार अपने प्रशंसकों का यह शोर सुन रहे थे, जो उनके महान करियर की अद्भुत थाती रही।
कोर्ट से विदाई लेने से पहले फेडरर पूरी तरह भावुक थे। अपने इंटरव्यू के दौरान वह आंसुओं को रोक नहीं पाए। वह कोर्ट में आखिरी बार अपनी चेयर पर बैठे और वहां गए जहां उनके सहयोगी मौजूद थे। फेडरर ने अपने परिवार, टीम और प्रशंसकों के प्रति आभार जताया।
मैच के दौरान फेडरर के माता-पिता, पत्नी मिर्का और चार बच्चे भी मौजूद रहे। फेडरर ने कहा कि मुझे कभी महसूस नहीं हुआ कि मैं यहां अकेला हूं। मेरे साथ पूरी टीम थी और मैंने उनके साथ का भरपूर आनंद उठाया। मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने वर्षों तक मेरे करियर के दौरान मेरा साथ दिया है। मैं एंडी, थॉमस, नोवाक, मेटेओ, कैम, स्टेनफोस, राफा और कैस्पर का आभार जताता हूं। ये सभी अद्भुत खिलाड़ी हैं। मेरी पत्नी ने हमेशा खेल में मेरा साथ दिया है। मैं उसे खास तौर पर धन्यवाद देना चाहूंगा। उसने हमेशा हर परिस्थिति में मेरा हौसला बढ़ाया।