बैंकॉक। भारत के जांबाजों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बैडमिंटन कोर्ट में रविवार को नया इतिहास रचा। थॉमस कप के 73 साल के इतिहास में पहली बार खिताब जीतकर सनसनी फैला दी। फाइनल में भारतीय खिलाड़ियों ने 14 बार के चैंपियन इंडोनेशिया का 3-0 की जीत के साथ सूपड़ा साफ कर दिया।
सेमीफाइनल में डेनमार्क के खिलाफ अपना पहला मैच हारने वाले लक्ष्य सेन ने आज कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने तीन गेम के मैच में इंडोनेशिया के एंतोनी सिनिसुका के हाथों पहला सेट 8-21 से गंवा दिया। दूसरे सेट में दोनों खिलाड़ियों के बीच कांटे की टक्कर हुई। अंततः लक्ष्य ने इस सेट को 21-17 से जीत लिया। निर्णायक तीसरे गेम में लक्ष्य ने अपना लक्ष्य साध ही लिया और इंडोनेशियाई खिलाड़ी को 21-16 से मात देकर भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी।
भारत की शीर्ष युगल जोड़ी सात्विक-चिराग ने सेमीफाइनल वाला प्रदर्शन जारी रखते हुए इंडोनेशियाई जोड़ी केविन संजय सुकामुल्जो और मोहम्मद एहसान को 18-21, 23-21, 21-19 से परास्त करते हुए बढ़त 2-0 कर दी।
अब इंडोनेशियाई खिलाड़ी क्रिस्टी के सामने भारत के शीर्ष खिलाड़ी किंदांबी श्रीकांत थे। श्रीकांत ने पहला गेम 21.15 के स्कोर से आसानी से जीता, लेकिन दूसरे गेम में इंडोनेशियाई खिलाड़ी ने उन्हें कड़ी टक्कर दी। हालांकि श्रीकांत ने अपने खेल का स्तर लगातार उठाते हुए यह गेम 23-21 से अपने नाम करते हुए भारत को पहली बार थॉमस कप चैंपियन बना दिया।
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