सिडनी। रीली रूसो के शानदार शतक और एनरिच नोकिए तथा तबरेज शम्सी की बेहतरीन गेंदबाजी से दक्षिण अफ्रीका ने टी-20 विश्व कप ग्रुप दो के सुपर 12 मैच में बांग्लादेश को 104 रन से हरा दिया। रूसो ने क्विंटन डिकॉक के साथ टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच की दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी भी की। दक्षिण अफ्रीका ने 20 ओवरों में पांच विकेट पर 205 रन बनाए। बाद में नोकिए ने बांग्लादेश की शुरुआत बिगाड़ दी और पूरी टीम 16 ओवरों में 101 रन बनकर आउट हो गई। नोकिए ने करियर बेस्ट प्रदर्शन करते हुए 10 रन देकर चार विकेट चटकाए। शम्सी ने 20 रन देकर तीन विकेट लिए।

बड़े स्कोर के दबाव में बांग्लादेश की शुरुआत बिगड़ गई। नजमुल हुसैन शांतो और सौम्य सरकार ने 13 गेंदों पर 26 रन जरूर जोड़े, लेकिन इसके बाद विकेट गिरने लगे। बांग्लादेश के चार विकेट छठे ओवर में 47 के स्कोर तक गिर गए थे। बांग्लादेशी पारी इसके बाद संभल नहीं पाई और लगातार विकेट गिरते चले गए। बांग्लादेश के लिए सबसे ज्यादा 34 रन लिटन दास ने बनाए। इसके लिए उन्होंने 31 गेंदें खेलीं और एक चौका तथा एक छक्का लगाया। इनके अलावा मेहदी हसन मेराज और तासकिन अहमद ही दहाई की संख्या तक पहुंच सके।
दक्षिण अफ्रीका के ओपनर और कप्तान तेंदा बावुमा सात रन के स्कोर पर आउट हो गए। इसके बाद रूसो और क्विंटन डिकॉक ने टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में किसी भी विकेट के लिए दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी की। इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 81 गेंदों में 163 रन जोड़े। रूसो खासा आक्रामक रहे। मैच में बारिश के कारण शुरुआत में थोड़ी बाधा जरूर आई, लेकिन फिर इन दोनों के बल्ले रन बरसाने लगे। इस दौरान बांग्लादेशी फील्डरों ने एक-दो मौके भी गंवाए।
डिकॉक के आउट होने पर यह साझेदारी टूटी। उन्होंने 38 गेंदों पर सात चौके और दो छक्के की मदद से 63 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका का दूसरा विकेट 15वें ओवर में 170 रन पर गिरा। यहां से लग रहा था कि दक्षिण अफ्रीका 235-240 रन का स्कोर खड़ा कर लेगा, लेकिन डेथ ओवरों में बांग्लादेशी गेंदबाजों ने थोड़ा नियंत्रण कायम किया। अंतिम पांच ओवरों में 35 रन ही बन पाए। इस दौरान तीन और विकेट भी गिरे। इनमें रूसो का विकेट भी था। वह 56 गेंदों पर सात चौके और आठ छक्के की मदद से 109 रन बनाने के बाद शाकिब अल हसन की गेंद पर लिटन दास को कैच दे बैठे। यह रूसो के करियर का दूसरा टी-20 अंतरराष्ट्रीय शतक रहा।
रनों की बरसात के बीच मुस्ताफिजुर रहमान बांग्लादेश के सबसे किफायती गेंदबाज रहे। उन्होंने चार ओवरों में विकेट तो नहीं लिया, लेकिन रन सिर्फ 25 ही दिए। शाकिब अल हसन ने दो विकेट हासिल किए। तासकिन अहमद, हसन महमूद और आफिफ हुसैन को एक-एक सफलता हासिल हुई।