आर. संजय
ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में खेले जा रहे टी-20 विश्व कप का एक सप्ताह पूरा हो रहा है। सभी टीमें दो-दो मैच खेल चुकी हैं। पिछले छह दिनों में उलटफेर के बीच अंक तालिका भी दिलचस्प हो रही है।
इस टूर्नामेंट के अबतक के मैचों में एक बात तो साफ हो गई है कि कोई भी टीम पासा पलट सकती है। यह दीगर है कि दक्षिण अफ्रीका ने अपने दोनों मैचों में एकतरफा अंदाज दिखाया है। जिम्बाब्वे के खिलाफ बारिश ने उसे ऐसी जीत से वंचित किया, जो नेट रन रेट के मामले में उसे पूरे टूर्नामेंट तक ऊपर के स्थान पर रख सकती थी। हालांकि प्रोटेस ने बांग्लादेश के खिलाफ अपना दूसरा मैच काफी आसानी से जीता और सुपर 12 दौर में ग्रुप दो में भारत के बाद तीन अंक लेकर दूसरे स्थान पर है। तीसरे स्थान पर जिम्बाब्वे है, जिसने गुरुवार को पाकिस्तान को बुरी तरह निराश करते हुए रोमांचक अंदाज में एक रन से मैच जीता।
टूर्नामेंट में अंतिम चार में पहुंचने के सशक्त दावेदारों में शुमार पाकिस्तान की स्थिति अब काफी खराब हो गई है। भारत और जिम्बाब्वे के हाथों अंतिम गेंद पर मैच गंवाने के बाद यह एशियाई टीम पांचवें स्थान पर है। अभी इसे दक्षिण अफ्रीका, नीदरलैंड और बांग्लादेश के खिलाफ मैच खेलना है। इनमें से एक मैच में भी हार पाकिस्तान को टूर्नामेंट से बाहर कर देगी। खासकर पाकिस्तानी टीम को दक्षिण अफ्रीका से बड़ा खतरा है।
उधर ग्रुप एक में मौजूदा चैंपियन और मेजबान ऑस्ट्रेलिया की भी स्थिति पाकिस्तान जैसी है। दो मैचों में दो अंकों के साथ यह टीम -1.555 के नेट रन रेट के साथ पांचवें स्थान पर है। इस ग्रुप में आयरलैंड तीन अंकों के साथ दूसरे, श्रीलंका तीसरे और इंग्लैंड चौथे स्थान पर है। न्यूजीलैंड की टीम शीर्ष पर कायम है।
ग्रुप दो में जिम्बाब्वे और ग्रुप एक में आयरलैंड अबतक छुपा रुस्तम साबित हुए हैं। बड़ी टीमों को इनसे सतर्क रहना होगा, क्योंकि गणित बिगाड़ने में इन टीमों को बस एक ओवर की जरूरत हो सकती है।