मेलबर्न। 90 हजार से ज्यादा दर्शकों के बीच रविवार को किंग कोहली का बल्ला पाकिस्तान के खिलाफ जमकर दहाड़ा। एक समय हारती दिख रही भारतीय टीम आखिरी ओवर में मैच जीत कर पैवेलियन लौटी। पाकिस्तान ने 159 रन बनाए थे। जवाब में भारत ने छह विकेट के नुकसान पर लक्ष्य पार कर लिया। चार विकेट की यह जीत रोमांच की सभी पराकाष्ठाओं को पार करने के बाद मिली। विराट कोहली 53 गेंदों पर आठ चौके और चार छक्के की मदद से 82 रन बनाए।
अंतिम 30 गेंदों पर भारत को जीतने के लिए 60 रन बनाने की जरूरत थी। 16वें ओवर में छह रन बने। 17वें ओवर में छह रन बने। अब लक्ष्य लगभग असंभव हो चला था। 18वें ओवर में विराट ने अफरीदी की पहली गेंद पर चौका लगाकर अपना अर्धशतक43 गेंदों पर पूरा किया। इसमें चार चौके और एक छक्का शामिल था। इस ओवर में 17 रन बने। अब दो ओवर में 31 रन बनाने थे। इसी बीच इन दोनों ने 75 गेंदों पर शतकीय साझेदारी भी पूरी की। 18वें ओवर में अंतिम दो गेंदों पर कोहली ने लगातार छक्के लगाए और भारत को जीत की सुगंध दी। अंतिम ओवर में अब 16 रन बनाने थे। हैरिस रऊफ की पहली गेंद पर लंबा स्ट्रोक खेलने में पांड्या आउट हो गए। अब नए नियम के मुताबिक नए बल्लेबाज दिनेश कार्तिक को स्ट्राइक पर आना था। कार्तिक ने एक रन लिया। नवाज की चौथी गेंद पर कोहली ने छक्का मारा और यह नो बॉल हो गई। भारत को सात रन मिले। अगली गेंद वाइड हो गई। फिर फ्री हिट। विराट बोल्ड हो गए, लेकिन गेंद थर्डमैन पर चली गई, जिसपर तीन रन मिले। अब दो गेंद पर दो रन बनाने थे। दिनेश कार्तिक अनावश्यक स्ट्रोक खेलने में स्टम्प आउट हो गए। अंतिम गेंद पर अश्विन सामने थे। नवाज ने वाइड गेंद फेककर स्कोर बराबर कर दिया। अंतिम गेंद पर अश्विन ने एक रन लेकर भारत को जीत दिला दी।
भारत के लिए भी शुरुआत काफी खराब रही। दूसरे ओवर में केएल राहुल को नसीम शाह ने बोल्ड कर दिया। राहुल शुरू से ही सहज नहीं दिख रहे थे। पहला विकेट सात रन के स्कोर पर गिरा। चौथे ओवर में असद रऊफ ने कप्तान रोहित शर्मा को स्लिप में इफ्तिखार के हाथों कैच कराकर भारत को 10 रन के योग पर दूसरा झटका दिया। छठे ओवर में सूर्यकुमार यादव भी रऊफ की गेंद को स्लिप के ऊपर से मारने के प्रयास में विकेटकीपर रिजवान को कैच दे बैठे। तीसरा विकेट 26 रन पर गिरा। अक्षर पटेल को प्रोन्नत कर पांचवें नंबर पर भेजा गया। पावर प्ले के छह ओवरों में भारत ने 31 रन पर तीन विकेट गंवा दिये थे।
अक्षर पटेल सातवें ओवर में रन आउट होकर टीम पर दबाव और बढ़ा गए। शॉर्ट मिडविकेट पर गेंद खेल कर रन लेने में विराट के साथ गलतफहमी के चलते यह विकेट गिरा। 10वें ओवर तक भारत के सिर्फ 45 रन बने थे और चार विकेट गिर चुके थे। भारत के लिए एक उपलब्धि यह रही कि हार्दिक पांड्या ने टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक हजार रन पूरे कर लिए। इसके बाद उन्होंने भारतीय पारी का पहला छक्का भी लगाया। मोहम्मद नवाज के इस ओवर में पांड्या और कोहली ने तीन छक्कों के साथ 20 रन जुटाए। यह 12वां ओवर था। इन दोनों के बीच पांचवें विकेट के लिए 50 रन की साझेदारी 27 गेंदों पर पूरी हुई। भारत के 100 रन 15वें ओवर में पूरे हुए।
पाकिस्तान की शुरुआत हाहाकारी जरूर हुई, जब महज 15 रन के स्कोर पर उनके दोनों दिग्गज बल्लेबाज कप्तान बाबर आजम और टी-20 क्रिकेट के नंबर एक मोहम्मद रिजवान पैवेलियन लौट गए। ये दोनों विकेट पहला विश्व कप खेल रहे अर्शदीप सिंह ने लिए। शुरुआती छह ओवरों में भुवनेश्वर, अर्शदीप और मोहम्मद शमी ने काफी कसी गेंदबाजी की।
हालांकि इसके बाद इफ्तिखार अहमद और शान मसूद ने न केवल पारी संभाली, बल्कि तेजी से रन भी जुटाने शुरु किए। इन दोनों के बीच 45 गेंदों पर 71 रन की मजबूत साझेदारी हुई, लेकिन इसके बाद भारतीय गेंदबाज एक बार फिर हावी हुए। बीच के ओवरों में खासकर हार्दिक पांड्या ज्यादा मारक दिखे। इसकी वजह से पाकिस्तान का स्कोर 91 रन पर दो विकेट से 98 रन पर पांच विकेट हो गया। अगले 22 रन में पाकिस्तान के दो और विकेट गिरे। 120 रन पर सात विकेट गिरने के बाद लगा कि पाकिस्तान बमुश्किल 150 तक पहुंच सकेगा, लेकिन शाहीन शाह अफरीदी की आठ गेंदों पर 16 रन की पारी ने सीन बदल दिया।
इफ्तिखार अहमद ने अच्छी बल्लेबाजी की और 51 रनों में दो चौके और चार छक्के लगाए। शान मसूद ने भी पांच चौकों की मदद से 52 रन की उपयोगी पारी खेली। अर्शदीप सिंह के अंतिम ओवर को छोड़ दिया जाय तो उन्होंने काफी अच्छी गेंदबाजी की। उन्होंने 34 रन देकर तीन विकेट लिए। पांड्या ने भी 30 रन देकर तीन विकेट चटकाए।