आर. संजय
ऑस्ट्रेलिया में खेला जा रहा टी-20 विश्व कप अब उस मकाम पर पहुंच रहा है, जहां से टीमें सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाने वाली हैं। निश्चित रूप से उन टीमों पर खासा दबाव रहेगा, जो इसके लिए दावेदार मानी जा रही हैं। ये टीमें अपने सभी प्रमुख खिलाड़ियों के पूरी तरह फॉर्म में होने की उम्मीद और प्रार्थना करेंगी। ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान जैसी टीमें फिलहाल इस दौड़ में पिछड़ती दिख रही हैं, लेकिन अभी उनके अवसर खत्म नहीं हुए हैं।
अगर भारत की बात की जाय तो ग्रुप दो में सुपर 12 के दो मैचों में चार अंक हैं। भारत को अगला मैच दक्षिण अफ्रीका से रविवार को खेलना है, जिसके तीन अंक हैं। दक्षिण अफ्रीका ने जो दो मैच खेले उनमें उसका नेट रन रेट काफी अच्छा रहा है। इसकी खास वजह उसके ऊपरी क्रम के बल्लेबाजों का पावर प्ले में टीम को मजबूत आधार देना रहा है। क्विंटन डिकॉक, रीली रूसो, डेविड मिलर, हेनरिक क्लासेन जैसे बल्लेबाज किसी भी गेंदबाजी आक्रमण की धज्जी उड़ाने की कूवत रखते हैं। इसके अलावा हेनरिक नोकिए, कगीसो रबाडा, वेन पार्नेल, केशव महाराज जैसे गेंदबाज भी बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।
विश्व कप से पहले भारत ने तीन टी-20 मैचों में दक्षिण अफ्रीका की मेजबानी की थी और सीरीज भी जीती थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में पिचें और वातावरण दोनों भारत से काफी अलग हैं। पर्थ में जहां ये दोनों टीमें टकराएंगी, विकेट काफी तेज और उछाल भरा होगा। इन विकेटों पर किसी भी टीम के लिए अच्छी शुरुआत जरूरी होती है। दक्षिण अफ्रीका के ओपनर और कप्तान तेंबा बावुमा इस समय फॉर्म में नहीं हैं और जल्दी आउट हो रहे हैं। हालांकि इसका असर उनकी टीम पर खास नहीं पड़ा है। बाद के बल्लेबाज तेजी से रन जुटाकर इसकी भरपाई भी कर रहे हैं।
भारत अपनी ओपनिंग जोड़ी को लेकर थोड़ा चिंतित जरूर है। केएल राहुल पिछले दोनों मैचों मे पूरी तरह असफल रहे हैं। पाकिस्तान के खिलाफ सस्ते में आउट होने के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने नीदरलैंड के खिलाफ अर्धशतक तो बनाया, पर उनके दो आसान कैच भी टपकाए गए। ऐसा हर टीम नहीं करेगी। राहुल हालांकि नीदरलैंड के खिलाफ पगबाधा करार दिए गए, लेकिन रीप्ले में दिखा कि वह आउट नहीं थे।
केएल राहुल की ऑफ स्टम्प के बाहर उठती गेंदों पर कमजोरी उभरकर आई है। हालांकि वह इन गेंदों पर अक्सर अच्छे स्ट्रोक भी खेलते हैं, लेकिन इन्हीं गेंदों को स्टम्प पर खेलकर आउट भी हुए हैं। इस टूर्नामेंट में विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पांड्या बेहतर बल्लेबाजी कर रहे हैं, लेकिन राहुल को लय में लौटना ही होगा। राहुल-रोहित की जोड़ी पावर प्ले के छह ओवरों में 55-60 रन बना देती है तो बाद के बल्लेबाज स्कोर को 200 तक खींच सकते हैं। या 170-180 रन के टारगेट को अपेक्षाकृत आसानी से पा सकते हैं। भुवनेश्वर, मोहम्मद शमी और अर्शदीप सिंह को गेंदबाजी में और पैनापन लाना होगा। ये तीनों दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों की ताकत और कमियां भले से समझ चुके हैं। यह बाद दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों के संदर्भ में भी कही जा सकती है। कुल मिलाकर कल दोनों टीमों का मुकाबला बेहद रोमांचक होने की उम्मीद है।