मेलबोर्न। बेन स्टोक्स और सैम करेन के प्रदर्शनों की बदौलत इंग्लैंड ने पाकिस्तान को पांच विकेट से हराकर दूसरी बार टी-20 विश्व कप जीत लिया। स्टोक्स ने टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना पहला अर्धशतक जड़ा। करेन ने 11 रन देकर तीन विकेट चटकाए। पाकिस्तान के 138 रन के लक्ष्य को इंग्लैंड ने एक ओवर शेष रहते पार कर लिया।

अंतिम 30 गेंदों पर इंग्लैंड को जीतने के लिए 41 रन की जरूरत थी और उसके छह विकेट शेष थे। 16वां ओवर लेकर आए शाहीन अफरीदी पहली गेंद फेकने के बाद चोटिल हो गए औऱ उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा। अफरीदी का ओवर पूरा करने आये इफ्तिखार की दूसरी गेंद पर बेन स्टोक्स का कैच मिडऑफ पर बाबर आजम से छूट गया। पांचवीं गेंद पर स्टोक्स ने चौका और अंतिम गेंद पर छक्का जड़ दिया। इस ओवर में 13 रन बने। 17वें ओवर में वसीम की गेंदों पर 16 रन बन गए। 19वें ओवर में वसीम ने मोइन अली को बोल़्ड कर मैच का रोमांच थोड़ा बढ़ा दिया। अली और स्टोक्स के बीच 48 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी हुई। स्टोक्स ने इसी ओवर की चौथी गेंद पर चौका लगाकर टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में पहला अर्धशतक पूरा कर लिया। अब इंग्लैंड को आठ गेंदों पर एक रन की जरूरत थी। ओवर की अंतिम गेंद पर एक रन लेकर स्टोक्स ने इंग्लैंड को विश्व कप का हकदार बना दिया।
शाहीन शाह अफरीदी ने जबरदस्त फॉर्म में चल रहे एलेक्स हेल्स को पहले ही ओवर में बोल्ड कर इंग्लैंड को तगड़ा झटका दिया। इंग्लैंड को दूसरा झटका हारिस रऊफ ने चौथे ओवर में फिल साल्ट को आउट करके दिया। यह विकेट 32 के स्कोर पर गिरा। इंग्लैंड का प्रयास था कि उसका स्कोर किसी भी ओवर में पाकिस्तान से कम न हो। बारिश होने की स्थित में उसे इसका लाभ मिलता। रऊफ ने छठे ओवर में बटलर को आउट कर पाकिस्तान को बड़ी सफलता दिलाई। बटलर ने 26 रन बनाए। पावर प्ले खत्म होने तक इंग्लैंड का स्कोर तीन विकेट पर 49 रन था।
तीन विकेट गिरने के बाद इंग्लैंड के बल्लेबाजों को संभलकर हर गेंद पर एक-दो रन से खेलने की जरूरत थी, लेकिन हैरी ब्रूक अनावश्यक रूप से लंबे स्ट्रोक खेलने का प्रयास कर रहे थे। आखिरकार इसका खामियाजा भुगतना पड़ा और शादाब खान की गेंद को उड़ाने के चक्कर में मिडऑफ पर कैच दे बैठे। ब्रूक ने 20 रन बनाए। 12वें ओवर तक इंग्लैंड के लक्ष्य और शेष गेंदों का अंतर सात रन था। धीरे-धीरे यह बढ़ता गया। 14वें ओवर के खत्म होने के बाद यह अंतर 13 रन का हो गया।
इसके पहले सैम करेन की अगुवाई में अंग्रेजों की बेहतरीन गेंदबाजी के सामने पाकिस्तान ने आठ विकेट पर 137 रन बनाए। करेन ने सिर्फ 11 रन देकर तीन विकेट हासिल किए। खास यह रहा कि पाकिस्तान की ओर से कोई अर्धशतक नहीं लगा। सबसे ज्यादा 38 रन शान मसूद ने बनाए। इस टूर्नामेंट में इंग्लैंड की ओर से पहली नोबॉल भी फेकी गई। बेन स्टोक्स की मैच की पहली गेंद ही नोबॉल रही।
मोहम्मद रिजवान और बाबर आजम ने पाकिस्तान को स्थिर शुरुआत दी। पाकिस्तान को पहला झटका सैम करेन ने पांचवें ओवर में रिजवान को बोल्ड करके दिया। ऑफ स्टम्प के बाहर की गेंद को रिजवान अपने लेग स्टम्प पर खेल बैठे। कप्तान बाबर और शान मसूद ने 24 गेंदों पर 39 रन जोड़ लिए। 12वें ओवर में रशीद ने पहली ही गेंद पर बाबर का रिटर्न कैच पकड़ लिया। बाबर ने दो चौके की मदद से 32 रन बनाए। इफ्तिखार को बेन स्टोक्स ने विकेट के पीछे कैच करा दिया। पाकिस्तान का चौथा विकट 85 रन पर गिरा।
पाकिस्तान को करेन ने 17वें ओवर में एक और बड़ा झटका दिया। उन्होंने शान मसूद को मिडविकेट पर लिविंग्स्टोन के हाथों कैच कराया। मसूद ने दो चौके और एक छक्के की मदद से 38 रन बनाए। पाकिस्तान का पांचवां विकेट 121 रन पर गिरा। 123 रन के स्कोर पर शादाब खान को क्रिस जॉर्डन ने क्रिस वोक्स के हाथों कैच करा दिया। शादाब ने 20 रन बनाए। करेन ने 19वें ओवर में मोहम्मद नवाज को आउट कर अपना तीसरा विकेट लिया। 131 के स्कोर पर जॉर्डन ने वसीम शाह को आउट कर अपना दूसरा और पाकिस्तान का आठवां विकेट लिया।