चंडीगढ़। भारतीय बैडमिंटन संघ की (बाई) ओर से मोहाली में आयोजित अंडर-13 रैंकिंग प्रतियोगिता अभिभावकों के हंगामे के चलते शुक्रवार को एक दिन के लिए स्थगित कर दी गई। इन अभिभावकों का आरोप है कि इस प्रतियोगिता में अधिक उम्र के खिलाड़ियों को प्रविष्टि दे दी गई है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रतियोगिता के दौरान 60 से ज्यादा अभिभावक पहुंचे और कोर्ट पर धरना दे दिया। इन लोगों ने बाई के सचिव संजय मिश्र को बुधवार को शिकायती पत्र भी सौंपा है। इसपर सभी अभिभावकों के हस्ताक्षर हैं। एक खिलाड़ी के अभिभावक रवि व्यास ने आरोप लगाया कि हैदरा बाद में आयोजित रैंकिंग प्रतियोगिता में शामिल रहे कुछ खिलाड़ियों ने फर्जी जन्म प्रमाणपत्र के आधार पर अंडर-13 रैंकिंग प्रतियोगिता में प्रविष्टि पा ली। हमने आरटीआई के जरिए राजस्थान के ऐसे दो खिलाड़ियों के उम्र प्रमाणपत्र हासिल किए हैं, जिनकी कॉपी बाई के सचिव को सौंप दी गई थी। उन्होंने कहा कि बाई के अधिकारियों ने वादा किया था कि इस मसले पर जरूरी कदम उठाए जाएंगे, लेकिन अबतक कुछ नहीं किया गया।
रिपोर्ट के मुताबिक जब अभिभावक कोर्ट पर धरने पर बैठे थे तो बाई के ऑब्जर्वर बमांग तागो उनसे हट जाने का आग्रह करते दिखाई दिए। अभिभावकों के न मानने पर पंजाब बैडमिंटन एसोसिएशन के अधिकारियों ने उनसे बात की और करीब दो घंटे बाद प्रतियोगिता को एक दिन के लिए टालने का फैसला किया गया। एसोसिएशन के अधिकारियों ने अभिभावकों से वादा किया कि वे उनकी बाद बाई के सचिव से कराएंगे।
इस बीच कर्नाटक के एक खिलाड़ी के अभिभावक ने कहा कि राजस्थान के दो खिलाड़ियों के अलावा हमने कुछ और ऐसे खिलाड़ियों के उम्र प्रमाणपत्र हासिल किए हैं। हम इन्हें बाई के सचिव को सौंपेंगे।
फोटो- सौजन्य इंडियन एक्सप्रेस