वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के शिक्षा संकाय के कांफ्रेंस हॉल में वायु प्रदूषण के विषय पर एक लघु फ़िल्म का प्रदर्शन और युवाओं से संवाद का कार्यक्रम मंगलवार को आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन समाजशास्त्र विभाग और पर्यावरण के प्रति समर्पित संथा क्लाइमेट एजेंडा ने संयुक्त रूप से किया। मुख्य अतिथि शिक्षा संकाय के डीन प्रो. सुशील कुमार गौतम रहे। समाजशास्त्र विभाग की अध्यक्ष प्रो. रेखा और क्लाइमेट एजेंडा की निदेशक एकता शेखर भी मौजूद रहीं।
24 मिनट की एक लघु फिल्म के प्रदर्शन के बाद प्रो गौतम ने कहा कि यह फिल्म वायु प्रदूषण की गहराती समस्या को स्पष्ट रेखांकित करती है। आने वाले दो से तीन दशकों में हमारे आस पास की संभावित भयावहता का बखूबी चित्रण करते हुए इस फिल्म ने हमें यह चेतावनी भी दी है कि अगर हम आज से अपनी आदतों और कार्यविधि में परिवर्तन नहीं लाये, तो जल्द ही हमें हवा, पानी जैसी बेहद जरूरी चीजों के लिए भी तरसना होगा। उन्होंने कहा कि ऐसी गतिविधियां युवाओं में संवेदनशीलता का प्रसार करती हैं और बेहतरीन बदलाव के प्रति आशान्वित बनाती हैं.
आयोजन की सह आयोजक समाजशास्त्र विभाग की अध्यक्ष प्रो रेखा ने छात्रों कहा “ युवाओं की जिम्मेदारियां बेहद अहम् हैं। इस उम्र में हम नयी आदतें सीख सकते हैं और दूसरों को प्रेरित भी कर सकते हैं। हमारा देश युवाओं का देश है, ऐसे में यह जरूरी है कि प्रकृति संरक्षण की जिम्मेदारी युवा अपने कन्धों पर लें। दिनोंदिन प्रदूषित होती हमारी पृथ्वी को स्वस्थ और स्वच्छ बनाने की जिम्मेदारी पृथ्वी पर रहने वाले हर इंसान की है, इसे समझते हुए इंसान को अपनी जिन्दगी लालच के बजाए जरूरत पर आधारित बनाना होगा।
इस अवसर पर क्लाइमेट एजेंडा की निदेशक एकता शेखर ने बताया “संयुक्त राष्ट्र संघ ने सात सितम्बर को विश्व स्वच्छ वायु दिवस घोषित किया है और इस सन्दर्भ में क्लाइमेट एजेंडा संस्था ने शहर में तीन दिवसीय युवा महोत्सव का आयोजन किया है। काशी विद्यापीठ के समाजशास्त्र विभाग के सह संयोजन में आज का कार्यक्रम इसी युवा महोत्सव का आगाज है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र संघ का यह प्रयास है कि हवा की शुद्धता के प्रति आम इंसानों, जिम्मेदार सरकारों और उद्योगों आदि को संवेदनशील बनाया जाए। कोविड के लॉकडाउन में अगर हमें हमारी हवा साफ़ और हमारा आसमान नीला हो सकता है तो इसका मतलब यह संभव है, बस हमें अपने पर्यावरण के प्रति थोड़ा जिम्मेदार होना होगा।