वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा शिक्षा केंद्र की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. निशा यादव ने कहा कि उच्च रक्तचाप को योगासनों के माध्यम से नियंत्रित करने में सफलता मिली है। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में ज्यादातर लोगों में उच्च रक्तचाप का असर देखने को मिल रहा है। बदलते खानपान, भागदौड़ भरी दिनचर्या और अन्य रोगों के फलस्वरूप भी लोग इसे शिकार होते जा रहे हैं।हम योगासनों का इसके नियन्त्रण व मुक्ति में उपयोग कर सकते हैं।”
विश्विद्यालय के योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा शिक्षा केंद्र तथा शारीरिक शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षा संकाय अध्यक्ष प्रो. सुशील कुमार गौतम के निर्देशन में चल रहे योग महोत्सव में बुधवार को उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने वाले आसनों के बारे में जानकारी दी गयी। सूक्ष्म व्यायामों के साथ सूर्य नमस्कार के नियमित अभ्यास से आज का सत्र प्रारम्भ हुआ।
डॉ. निशा यादव ने रक्तचाप नियंत्रित करने वाले तमाम आसन वीरासन, जनुशीर्षासन, सेतुबंध, शशांकआसन, भुजंगासन, हस्त उत्थान आसन, आदि के वैज्ञानिक पक्षों पर प्रकाश डाला एवं प्रदर्शन के माध्यम से उनके क्रियान्वयन और लाभ के बारे में जानकारी दी। उन्होंने सचेत किया की पीड़ित व्यक्ति को आसनों को धीरे धीरे एवं किसी योग्य प्रशिक्षक की देख रेख में करना चाहिए। इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि यदि चिकित्सकीय निर्देश हो तो दवाओं का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के ना बंद करें। आसनों के प्रदर्शन में सुश्री ज्योति सिंह, सुश्री आरती सिंह, सुश्री वन्दना कुमारी एवं श्री अरविन्द कुमार का सहयोग रहा।
प्रशिक्षण के दौरान डॉ. राधेश्याम राय, रंजीत राय, जयशंकर प्रसाद सिंह, करण सागर, सुरेश प्रसाद, अंजनी प्रसाद आदि उपस्थित रहे। आयोजन को सफल बनाने में डॉ. बालरूप यादव, डॉ. सुनीता, अमित कुमार गौतम, प्रताप शंकर दुबे, भूपेंद्र उपाध्याय,रमेश यादव, पूजा सोनकर का विशेष योगदान रहा।