वाराणसी। सिडबी एवं स्पिक मैके की ओर से महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के मंच कला विभाग में शनिवार को हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के बनारस घराने के शास्त्रीय गायक पं. भोला नाथ मिश्र के गायन की प्रस्तुति हुई । इसके पूर्व कार्यशाला में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले विद्यार्थी शिष्यों ने मंच प्रदर्शन से अपनी गायकी से शास्त्रीय गायन प्रतिभा का परिचय दिया।
वैभव देव, सुमेद्र आर्य रविप्रकाश गौतम, शिवम सिंह, दिव्यांशी, नीरज और अमीषा ने राग भैरव एवं राग रागेश्री में शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति दी। तबले पर सुमंत एवं हारमोनियम पर रवि ने संगत की।
पं. मिश्र एवं शिवम मिश्र के युगल गायन की प्रस्तुति राग नट भैरव में हुई, जिसके बोल थे भज ले मना तू पूरन कर दे सब काज। बिन गुरु ज्ञान कहां से पाऊं, गुरु के चरण में शीष झुकाऊं से विद्यार्थियों को बताया कि शिष्य गुरु के बिना ज्ञान नहीं प्राप्त कर सकता। राग पीलू में ठुमरी पपीहरा पिय की बोल न बोल सुनाकर बनारस घराने की ठुमरी गायकी से विद्यार्थियों से रूबरू कराया। हरि तुम हरो जन की पीर की भीख द्रौपदी की लाज राखि तुरत बढ़ायो चीर पर खूब तालियां बजी।
कार्यशाला में तबले पर आनंद मिश्रा, हारमोनियम पर शिवम मिश्रा तथा तानपुरा पर श्वेता दुबे ने संगत की। शास्त्रीय गायक भोलानाथ मिश्र का सम्मान एवं स्वागत व धन्यवाद ज्ञापन मंच कला विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. संगीता घोष ने किया एवं संचालन डॉ. आंकांक्षी किया। उक्त अवसर पर स्पिक मैके के चेयरपर्सन यूसी सेठ, डॉ. शुभा सक्सेना, डॉ. विभा सिंह, डॉ..सुनील विश्वकर्मा, पवन सिंह उपस्थित रहें।