वाराणसी। शिक्षक कभी रिटायर नहीं होता, उनके शिष्यों के माध्यम से समाज में उनके कार्य अनवरत चलते रहते हैं। सेवानिवृत्त सिर्फ एक तारीख होती है। असल में रिटायरमेंट के बाद व्यक्ति की सामाजिक और पारिवारिक जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती हैं। यह बातें महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी ने महामना मदन मोहन मालवीय हिन्दी पत्रकारिता संस्थान के पूर्व निदेशक प्रो. ओमप्रकाश सिंह के सेवानिवृत्त होने पर संस्थान में आयोजित अवकाश ग्रहण समारोह को संबोधित करते हुए कहीं।
उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति के अंदर दायित्व का बोध होना ही उसके वैल्यू सिस्टम को और बढ़ाता है। प्रो. ओमप्रकाश सिंह ऐसे ही व्यक्तित्व है, जिन्होंने संस्थान के उत्थान के लिए कई कार्य किये। वहीं प्रो. ओमप्रकाश सिंह ने अपने कई संस्मरण साझा किये। उन्होंने बताया किस प्रकार एक भवन में 50 टेबल पर 120 बच्चों की कक्षाएं चलती थी। विद्यार्थी संस्थान में टॉट पर बैठ कर पढ़ाई करते थे। मालवीय पत्रकारिता संस्थान को एक उत्कृष्ट संस्थान बनाने में छात्रों, जनप्रतिनिधियों के अलावा हर किसी ने अपने स्तर से योगदान दिया है। आज देशभर में उत्कृष्ट पदों पर संस्थान के छात्र अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
कार्यक्रम में कुलानुशासक प्रो. निरंजन सहाय, पीआरओ डॉ. नवरत्न सिंह, डॉ. सुनील विश्वकर्मा, काशी पत्रकार संघ के महामंत्री डॉ. अत्रि भारद्वाज, डॉ. दयानंद, डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह, डॉ. विनोद सिंह, डॉ. श्रीराम त्रिपाठी, डॉ. रविंद्र पाठक, डॉ. सतीश कुमार सिंह, डॉ. जिनेश कुमार, डॉ. आकाश कुमार, शैलेश चौरसिया, अनिरुद्ध पांडेय, रामात्मा श्रीवास्तव, ध्यानचंद शर्मा, अर्चना सिंह, चेतना, विनय कुमार, मनोज गुप्ता, अभिनव पांडेय, पंकज गौतम, प्रियतम गौतम, खुशी श्रीवास्तव, आकृति बाजपेई, ऐश्वर्या भारद्वाज, पूजा पाठक, श्रेया गुप्ता, मानसी, अंनु पाठक, प्रांजल सिंह, रोहित, अमित श्रीवास्तव, गौरव, दीपक सिंह, रोशन, शशांक,रौशन, ऋषभ श्रीवास्तव सहित अन्य, शिक्षक, छात्र, अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। स्वागत संस्थान के निदेशक प्रो. अनुराग और संचालन शोध छात्र मोहम्मद जावेद ने किया।