वाराणसी। राष्ट्रीय सेवा योजना की महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के तत्वावधान में आयोजित सप्त दिवसीय विशेष शिविर के पांचवें दिन का शुभारंभ डॉ. किरन सिंह, डॉ. सुरेखा जायसवाल व डॉ..उर्जस्विता सिंह के संयोजन में मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलन व माल्यार्पण करके हुआ।
शिविर के पांचवें दिवस का शुभारंभ शिविर स्थल कुशवाहा धर्मशाला के साफ-सफाई एवं छात्राओं द्वारा योगाभ्यास से हुआ। तत्पश्चात जहां शिविर के प्रथम सत्र के अंतर्गत छोटी-छोटी टोलियों में विभक्त होकर छात्राएं अस्सी घाट पहुंचीं। घाट की साफ सफाई के उपरांत स्वयं सेविकाओं को सड़क सुरक्षा शपथ दिलाया गया।
भोजन अवकाश के बाद द्वितीय सत्र वैचारिकी व उद्बोधन का रहा जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में सुनीता सिंह, योग प्रशिक्षक, योग प्राण विद्या सिस्टम ने छात्राओं को तनाव से मुक्त होने के लिए ध्यान योग व प्राणायाम आदि की विस्तृत जानकारी दी तथा छात्राओं को ध्यान की महत्ता बताते हुए उन्होंने कहा कि ध्यान का संबंध सीधे तौर पर छात्राओं के मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य दोनों से है। अतः छात्राओं को नित्य क्रिया आदि से निवृत्त होकर दिनचर्या की शुरुआत के पूर्व ध्यान करना लाभकारी रहेगा। ध्यान न केवल उनके शारीरिक शक्ति को बढ़ाएगा बल्कि मानसिक अवस्था के केंद्रीय करण में भी महत्वपूर्ण योगदान देने वाला होगा। आज की भागदौड़ व तनाव भरी जिंदगी में मानसिक सुदृढ़ता के लिए प्राणायाम और ध्यान उतने ही महत्वपूर्ण है, जितने की शरीर को स्वस्थ रखने के लिए संतुलित भोजन।आपने कुछ योग क्रियाओं का अभ्यास भी कराया। स्वागत व विषय प्रवर्तन कार्यक्रम अधिकारी डॉ. किरन सिंह ने किया,धन्यवाद ज्ञापन डॉ सुरेखा जयसवाल ने किया।