वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के शिक्षा शास्त्र विभाग द्वारा ‘ मेधा ‘ के सौजन्य से शिक्षक प्रशिक्षुओं हेतु ‘कैरियर की संभावनाओ ‘के संदर्भ मे एक कार्यशाला का आयोजन मंगलवार को किया गया, जिसमे संदर्भ व्यक्ति टीच फॉर इंडिया फेलो यतेंद्र कुमार ने विद्यार्थियों को अपने भावी जीवन में प्लान ‘ए’ के साथ साथ प्लान ‘बी’ के महत्व के बारे में बताया उन्होंने यह भी बताया कि शिक्षक बनने के लिए विभिन्न कौशलों यथा संप्रेषण एवं नेतृत्त्व जैसे कौशलो पर अपनी पकड़ मजबूत करनी चाहिए।
मेधा समन्वयक अपराजिता ने समाज के कमजोर वर्ग के बच्चों को पढ़ाने के लिए ‘ टीच इंडिया फैलोशिप’ के बारे में विस्तार से जानकारी दी, जिसके अंतर्गत चयनित शिक्षकों को समाज के गरीब तबके के बच्चों को पढ़ाने के लिए 3 तीन साल के लिए ₹20000 प्रतिमाह पर नियुक्त किया जा सकता है। अपराजिता ने विभिन्न गतिविधियों द्वारा प्रशिक्षुओं को शिक्षण हेतु आवश्यक विभिन्न कौशलों का ज्ञान कराया.मुख्य वक्ता का स्वागत डॉ. शैलेंद्र वर्मा ने पुष्प गुच्छ के द्वारा किया वाचिक स्वागत कार्यक्रम समन्वयक डॉ. राखी देब ने करते हुए कार्यक्रम की रूप रेखा पर विस्तार से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. वीणा वादिनी ने तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ राखी देब ने किया। इस अवसर पर डॉ दिनेश, डॉ. ध्यानेन्द्र मिश्र, डॉ. राजेंद्र यादव, डॉ. ज्योत्सना राय, डॉ. रमेश प्रजापति, तृषा, अनुक्ता, नेहा, दरखशां, अनुज, सुनील, राम प्रकाश, राजू आशीष समेत सभी शिक्षक प्रशिक्षु उपस्थित थे। यह जानकारी विवि के सूचना एवं जन संपर्क अधिकारी डॉ. नवरत्न सिंह ने दी।