वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में छात्र-छात्राओं को “अंग्रेजों भारत छोड़ो” आंदोलन का मर्म समझाया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना और मनोविज्ञान विभाग की ओर से शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति की गई।
आज़ादी के अमृत महोत्सव व हर घर तिरंगा अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम की भूमिका मनोविज्ञान विभाग के सहायक आचार्य एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. दुर्गेश कुमार उपाध्याय ने प्रस्तुत की। मुख्य अतिथि मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. रश्मि सिंह ने भारत छोड़ो आंदोलन के प्रखर स्वरूप को परिभाषित किया और एक मधुर देशभक्ति गीत की प्रस्तुति से सभी छात्र-छात्राओं को भावविभोर कर दिया।
रासेयो के समन्वयक एवं समाज कार्य विभाग के सहायक आचार्य डॉ. केके सिंह ने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में गांधीजी के योगदान तथा आंदोलन की पृष्ठभूमि एवं उद्देश्यों के बारे में विद्यार्थियों को अवगत कराया। डॉ. सिंह ने एक सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो के माध्यम से देशभक्ति की भावना को वर्णित किया, जिससे हम सभी भारतीय प्रेरणा ले सकते हैं। इस आयोजन में कुल 10 छात्र-छात्राओं ने भारत छोड़ो आंदोलन से संबंधित नारे, कविताएं एवं देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम का संचालन स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर की छात्राएं इवा सेठ एवं श्रुति गुप्ता ने किया। धन्यवाद ज्ञापन मनोविज्ञान विभाग के सहायक आचार्य एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मुकेश कुमार पंथ ने किया। डॉ. दुर्गेश ने कार्यक्रम के अंत में एक देश भक्ति गीत – अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों… प्रस्तुत किया, जो विद्यार्थियों के लिए मार्मिक दृश्य की प्रस्तुति करने वाला रहा। सभी छात्रों ने भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आवाहन ‘करेंगे और करके ही छोड़ेंगे’ के साथ जुड़ने हेतु संकल्प लिया।
इस पूरे आयोजन के संचालनकर्ता एवं प्रभारी डॉ. दुर्गेश कुमार उपाध्याय एवं डॉ. मुकेश कुमार पंथ थे । मनोविज्ञान विभाग के प्राध्यापक डॉ. दीपमाला सिंह बघेल, डॉ. संतोष कुमार सिंह, डॉ. रश्मि रानी, डॉ. कंचन शुक्ला, सभी कर्मचारी गण तथा स्नातक एवं स्नातकोत्तर के सभी छात्र-छात्राओं के योगदान से यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।