वाराणसी। उप जिलाधिकारी डॉ. ज्ञान प्रकाश ने कहा कि हमारा संविधान उन लोगों के मुंह पर तमाचा है, जो इसे उधार की ली गई वस्तु कहते हैं, जबकि समय गुजरने के साथ इस संविधान ने भारतीय लोकतंत्र को अत्यंत सुदृढ़ किया है। इसलिए यह दुनिया का सर्वश्रेष्ठ संविधान है।

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के गांधी अध्ययन पीठ में गुरुवार को आयोजित युवा संसद में उन्होंने यह बात कही। अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी ने कहा कि काशी विद्यापीठ में होने वाला युवा संसद अपने आप में शानदार एवं अनोखी पहल है। यह हमारे नवयुवकों को दिशा देने में अत्यंत सहायक होगा।
कार्यक्रम का संचालन मानविकी संकाय अध्यक्ष प्रो. अनुराग कुमार ने किया। वाचिक स्वागत गांधी अध्ययन पीठ के निदेशक प्रो. अशोक कुमार मिश्र ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन युवा संसद कार्यक्रम के संयोजक डॉ नवरत्न सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो. सत्या सिंह, प्रो. पीतांबर दास, प्रो. सुनील कुमार गौतम, प्रो. कामिल, प्रो. राजेश मिश्रा, प्रो. शैलेंद्र वर्मा, डॉ. शैलेश कुमार तथा डॉ. गोपाल यादव तथा विशेष व्यवस्थापक के रूप में कुलसचिव हरिशचन्द, कूलानुशासक प्रो. अमिता सिंह तथा अनेक छात्र प्रतिनिधि एवं प्रतिभागी छात्र छात्राएं उपस्थित थे।
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अमन यादव, वंश महेश्वरी, किंजल, कुश किशोर, आदर्श सिंह, शिवम कुमार, अभिनव पांडेय, जय बैरागी, आदर्श चौधरी, आराध्या शर्मा, अवि नमन और आयुष विश्वकर्मा स्पीकर और मॉडरेटर के रूप में शामिल रहें। कार्यक्रम में एक्टिविटी क्लब के छात्र राणा अंशुमान सिंह, बृहस्पति राज पांडेय, अश्वनी कुमार, प्रमोद मौर्या, प्रिया राय, आयुषी तिवारी, देवेंद्र गिरी, वर्तिका दीक्षित, शिवम और प्रियम सहित एक्टिविटी क्लब के सभी सदस्य मौजूद रहें। युवा संसद का प्रथम दिवस समाप्त होने के उपरांत समस्त विद्यार्थियों में उल्लास व उत्साह देखने को मिला।
आरंभ में कार्यक्रम के सेक्रेटरी जनरल अभी नमन ने हथौड़ा बजा कर कार्यक्रम का आगाज किया। पूरा सभागार प्रतिभागियों की करतल ध्वनि से गूंज उठा और सभी लोग अपने अपने दिए गए रोल को बखूबी निभाने के लिए सोचने लगे। इसका परिणाम भी 6 सदनों -लोकसभा, उत्तर प्रदेश विधानसभा ,नेशनल प्रेस, जनमंच, प्रेस कमिशन तथा सर्वदलीय बैठक में भी देखने को मिला।