वाराणसी। आज के शिक्षकों को भावी चुनौतियों के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। नित नए बदलते परिवेश के साथ तालमेल बिठाना होगा, तभी वे विद्यार्थियों को बेहतर तरीके से शिक्षित कर सकेंगे।
उक्त विचार महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के शिक्षा शास्त्र विभाग के प्रशिक्षुओं के कोर्स समापन के अवसर पर आयोजित विदाई समारोह मे व्यक्त करते हुए विपुल श्रीवास्तव ने व्यक्त किए। विपुल श्रीवास्तव ने शिक्षण व्यवसाय की महत्ता प्रकाश पर डालते हुए कहा कि हमें शिक्षण व्यवसाय के प्रति ईमानदार बनना होगा, ताकि उच्च श्रेणी के विद्यार्थी का निर्माण किया जा सके।
कार्यक्रम के मुख्यअतिथि डॉ शैलेंद्र ने प्रशिक्षुओं को आशीर्वाद के रूप में सदैव विद्यार्थी बने रहने का आह्वान किया। कार्यक्रम का संचालन अंजनी पांडे ने तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ ज्योत्सना राय ने किया। इस अवसर पर डॉ. दिनेश कुमार, सच्चिदानंद, गुलाब कुशवहा, माधवी, शशांक, मानस, प्रिया, किरण, विपिन, अंकिता, राहुल, इंद्राणी, शिवराज, राहुल रावत, अनिल,समेत समस्त प्रशिक्षु उपस्थित थे। यह जानकारी विद्यापीठ के सूचना एवं जन संपर्क अधिकारी डॉ. नव रतन सिंह ने दी।