वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के समाजकार्य विभाग में आयोजित सात दिन के कौस्तुभ जयंती समारोह के छठे दिन शनिवार को यह विचार सामने आया कि छात्रों में कौशल विकास किया जाय तो उनमें आत्मविश्वास बढ़ेगा। इस कार्यक्रम को एजेंसी डे के रूप में मनाया गया।
कार्यक्रम में आये विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने कई सुझाव दिए। इनमें वार्षिक साक्षात्कार हर छह महीने में करना, प्रतिदिन मिली सीख की विश्लेषित सूची बनाना शामिल है। अतिथि वक्ता एसओएस के डॉ. पुरुषार्थ सिंह, कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल के शशिकेष, ट्राई टु फाइट फाउंडेशन के वैभव मिश्रा, सखी वन स्टॉप सेंटर की रश्मि दुबे, सेंटर ऑफ एक्सिलेंस ऑफ एडोलेसेंट हेल्थ एंड डेवलपमेंट के अरुण कुमार यादव, पीवीसीएचआर की श्रुति नागवंशी, एशियन ब्रिज इंडिया से मूसा आजमी, जन विकास सिति से भानुजा शरन, शंभूनाथ सिंह रिसर्च फाउंडेशन के राजीव सिंह, श्रम न्यायालय के एके सिंह, लक्ष्य फाउंडेशन के रवि, एसआईआर की शालिनी पांडेय, जन विकास एवं कल्याण समिति की वागीशा त्रिपाठी, होमी जे भाभा कैंसर अस्पताल की नीलम दलवी, ट्राई टु फाइट फाउंडेशन के सौरभ मिश्र शामिल रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. वंदना सिन्हा ने की। सह संयोजक प्रो. संजय व डॉ. बंशीधर पांडेय रहे। संचालन प्रो. शैला परवीन ने किया। कार्यक्रम के अंत में प्रो. भावना वर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया एवं उनके मूल्यवान सुझावों का भी स्वागत किया। कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिनिधियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया ।