वाराणसी। कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी के मार्गदर्शन तथा संकायाध्यक्ष, छात्र कल्याण प्रो. केके सिंह के समन्वयकत्त्व में राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. दुर्गेश कुमार उपाध्याय के नेतृत्व में आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर का छठा दिन ‘निक्षय दिवस’ के रूप में मनाया गया।
शिविर के दिन शुरुआत स्वयंसेवकों के योगाभ्यास से हुई। योग विशेषज्ञ डॉ. रविकांत ने प्राणायाम की अन्यान्य विधियों के बारे में ना केवल जानकारी दी, अभ्यास कराया, अपितु उनके मानसिक एवं शारीरिक प्रभाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
द्वितीय सत्र में सभी स्वयंसेवकों ने लगभग 100 पोषण पोटली बनाने के उपरांत शिविर स्थल से शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, आनंदमई, नगवा तक ‘निक्षय दिवस’ के उपलक्ष्य पर जागरूकता रैली निकाली। स्वास्थ्य केंद्र पर डॉ. हरेंद्र श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में कुल 11 क्षय रोग से पीड़ित रोगियों में स्वयंसेवकों के माध्यम से पोषण पोटली का वितरण किया।
वितरण के समय कार्यक्रम अधिकारी, अनिल कुमार एवं अनूप उपस्थिति रहे। इस अवसर पर कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी के संदेश ‘जागरूक भारत, क्षय मुक्त भारत’ तथा प्रो. केके सिंह के संदेश ‘निक्षय भारत, सक्षम भारत’ को सभी स्वयंसेवकों के माध्यम से सभी मरीजों, छत्रों एवं स्थानीय लोगों तक पहुंचाया गया। पोषण पोटली की व्यवस्था सभी स्वयंसेवकों, कार्यक्रम अधिकारी डॉ. दुर्गेश उपाध्याय एवं मनोविज्ञान विभाग की अध्यक्षा प्रो. रश्मि सिंह के स्वैच्छिक आर्थिक सहयोग से बनाई गई।
स्वास्थ्य केंद्र पर वितरण के उपरांत हरिजन बस्ती में स्वयंसेवकों द्वारा पोषण पोटली का वितरण एवं क्षय रोग के लक्षण एवं उसके रोकथाम के बारे में लोगों को जागरूक किया गया। इसके उपरांत नगवा के राजकीय प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिकाओं श्रीमती राजकुमारी पांडेय एवं किरण पांडेय के मदद से लगभग 40 से अधिक बच्चों को स्वयंसेवकों ने क्षय रोग के लक्षणों तथा रोकथाम के उपाय बताए तथा साथ ही पोषण पोटली का वितरण भी किया गया। बौद्धिक स्तर में स्वयंसेवकों ने विश्व क्षय दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में पोस्टर्स, भाषण एवं काव्य पाठ के माध्यम से अपनी सहभागिता दर्ज़ कराई।