वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के शारीरिक शिक्षा एवं योग विभाग की ओर से मेजर ध्यानचंद जी के जन्मदिवस पर खेल दिवस के उपलक्ष्य में सोमवार को क्रॉस कंट्री (6 किमी पुरुष वर्ग तथा 3किमी महिला वर्ग ) रेस का आयोजन किया गया। दौड़ परिसर स्थित खेल मैदान से प्रारंभ हो कर नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए पुनः खेल मैदान पर समाप्त हुई। अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी रानी यादव और प्रो. सुशील कुमार गौतम ने ध्वज दिखा कर दौड़ का शुभारंभ किया।जिसमें बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने उत्साह के साथ प्रतिभाग किया।
प्रतियोगिता में प्रथम छः स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ी
पुरुष वर्ग
1–रमेश सोनकर बीपीएड IV सेमेस्टर
2–अंकित मौर्य बी ए III वर्ष
3–सर्वेश कुमार बी ए I सेमेस्टर
4–सूरज कुमार बी ए II सेमेस्टर
5–अमन नागर बी ए I सेमेस्टर
6–राहुल यादव बी ए I सेमेस्टर
महिला वर्ग
1–ममता पाल बीपीएड II सेमेस्टर
2–सरिता बीपीएड II सेमेस्टर
3–लक्ष्या वर्मा बीपीएड II सेमेस्टर
4–साक्षी तिवारी बी ए II सेमेस्टर
5–निधि पटेल बीपीएड II सेमेस्टर
6–कु शीला बीपीएड II सेमेस्टर
प्रतियोगिता के दोनो वर्गों में प्रथम छः स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को प्रतियोगिता के उपरान्त आयोजित संगोष्ठी में सम्मानित किया गया।
शारीरिक शिक्षा विभाग के सभागार में आयोजित संगोष्ठी में प्रो. सुशील कुमार गौतम ने कहा कि “जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में अनुशासन एवं समर्पण सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके अनुकरणीय उदाहरण मेजर ध्यानचंद थे जो, अपना अभ्यास रात्रि में चांद के प्रकाश में अकेले करते रहे, जिसका परिणाम दुनिया के समक्ष है। खेल दिवस सिर्फ औपचारिकता नहीं है यह समर्पण और परिश्रम का प्रतीक है जो खिलाड़ी को सदैव प्रेरित करता है।” डॉ. कुन्दन सिंह ने कहा कि “प्रतियोगिता में पदक प्रेरणा का माध्यम हो सकता है, परंतु अपने अन्दर खेल भावना विकसित करना ही वास्तविक पुरस्कार है।” इस अवसर पर विद्यार्थियों ने भी मेजर ध्यान चंद के जीवन पर विचार व्यक्त किए।
संगोष्ठी के प्रारंभ में अतिथिगण ने मेजर ध्यानचंद जी को पुष्पार्चन किया। कार्यक्रम संयोजक डॉ. बालरूप यादव ने अतिथियों का स्वागत करते हुए मेजर ध्यानचंद जी की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। धन्यवाद ज्ञापन आयोजन सचिव अभिषेक मिश्र ने किया। प्रतियोगिता आयोजन सह सचिव अमित कुमार गौतम की देख रेख में संपन्न हुई। कार्यक्रम का संचालन प्रताप शंकर दुबे ने किया। इस अवसर पर डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव, डॉ. सुनीता, डॉ. सुनील कुमार यादव, रमेश यादव, भूपेंद्र कुमार उपाध्याय, डॉ. अमित सोनकर सहित बड़ी संख्या में अध्यापक और कर्मचारी उपस्थित रहे।
राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।