वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के मानविकी संकायाध्यक्ष डॉ. अनुराग कुमार ने कहा कि शोध प्रबंध उच्च स्तर के तभी होंगे, जब इसमें गुणवत्ता का समावेख होगा। विद्यार्थियों को शोध करते समय इस बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए।
विद्यापीठ के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संकाय में शुक्रवार को आयोजित प्री पीएचडी कोर्स वर्क कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता डॉ. कुमार ने कहा कि अन्तरविषयक शोध कार्य को प्राथमिक एवं द्वितीयक आंकड़ों के आधार पर प्राथमिकता दिया ताकि शोध कार्य में गुणवत्ता आ सके।
सम्मानित अतिथि जनसंपर्क अधिकारी डॉ. नवरत्न सिंह ने शोध में भाषा की उपयोगिता एवं विभिन्न पहलुओं पर कहा कि शोध कार्य वस्तुपरक परिणाम के साथ प्रस्तुत करें। उन्होंने विभिन्न पहलुओं पर विस्तार पूर्वक अपनी बातें रखी।
मुख्य अतिथि विद्यापीठ के वित्त अधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने गुरु शिष्य परम्परा पर एक रोचक कहानी के माध्यम से अपनी बात रखी। उन्होंने वर्तमान आधुनिक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के युग में अनुसरण करने की शिक्षा पर बल दिया। आपने शोध कार्य को बढ़ावा देने के लिए प्रारम्परिक विषय परक ज्ञान वृद्धि पर बल देते हुए कहा कि प्राचीन ग्रन्थ एवं अभिलेखों की सहायता लेना शोधार्थियों के लिए अति आवश्यक है।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संकायाध्यक्ष प्रो. आशुतोष कुमार ने अपने अध्यक्षता करते हुए कहा कि संकाय के सभी विभाग के शोधार्थी उच्च गुणवत्ता परक शोध प्रस्तुत करें, जिसके लिए हर प्रकार की मदद संकाय द्वारा प्रदान की जायेगी। उन्होने अपने भाषण में पारम्परिक एवं वैज्ञानिक शोध के समावेशन पर विशेष रूप से बल दिया।
कार्यक्रम के संयोजक भूगोल विभाग के डॉ. चंद्रशेखर कुमार। संचालन डॉ. वंदना सिंह ने किया तथा डॉ. अखिलेश यादव ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि सभी शोधार्थियों को समय के अर्न्तगत ही शोध प्रबंध तैयार करना चाहिए तथा नव प्रवेशी शोध छात्रों को आशीर्वचन दिया। कार्यक्रम में डॉ. मार्कंडेय सिंह यादव, डॉ. मनीष कुमार तिवारी, डॉ. एसपीएन सिंह, डॉ. रश्मि सिंह, डॉ. विश्वजीत कुमार, डॉ. उषा पाण्डेय, डॉ. एपी सिंह, डॉ. विनय कुमार मौर्या, राधे श्याम पाठक, राकेश भारद्वाज, दिलीप कुमार एवं स्नातक तथा स्नातकोत्तर के छात्र/छात्राएं उपस्थित रहे। संकाय के कर्मचारी अश्वनीकुमार वर्मा, विष्णु यादव, महेश , संजय, चन्द्रवली, जय प्रकाश चौरसिया, मुन्ना लाल पटेल, राजेश कुमार राय का कार्यक्रम में विशेष सहयोग रहा ।