वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के समाजशास्त्र विभाग की अध्यक्ष प्रो. रेखा ने कहा कि नई शिक्षा नीति रोजगार के सृजन और व्यक्तित्व निर्माण में काफी कारगर है। विद्यार्थियों के सम्मुख उनके कैरियर के नए आयाम खुलेंगे तथा उन्हें बेहतर रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
आजादी का अमृत महोत्सव के तहत चल रहे सांस्कृतिक संगम उत्कर्ष के तहत शुक्रवार को वाद विवाद और क्विज का आयोजन किया गया। प्रतिभागियों से विभिन्न समसामयिक विषयों पर प्रश्न पूछे गए, जिसमें आजादी का अमृत महोत्सव, कार्यपालिका, विधायिका, काशी विद्यापीठ, स्वतंत्रता संग्राम तथा समाजशास्त्र इत्यादि विषयों शामिल थे। इसके बाद व्यक्तित्व निर्माण में “राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2022 की भूमिका” विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें सुचिता पाठक, अनन्या सिंह, आशुतोष कुमार तिवारी, अभिषेक सिंह, आशुतोष चौरसिया इत्यादि ने सहभागिता की। कार्यक्रम के अंत में डॉ राहुल गुप्ता ने कहा कि नई शिक्षा नीति के परिणामस्वरूप विद्यार्थियों में कौशल विकास होगा तथा स्थानीय भाषा को पहचान मिलेगी।
कार्यक्रम में प्रो. अमिता सिंह कुलानुशासक, डॉ. भारती रस्तोगी, डॉ. राहुल गुप्ता, डॉ. अशोक कुमार श्रीवास्तव, डॉ. मनीषा देवी, डॉ. सुरेंद्र कुमार, डॉ. संजय सोनकर, डॉ. चंद्रशेखर, राजनाथ पाल, सतीश तिवारी, सहित विभाग के शोध छात्रों में धर्मेंद्र कुमार, संगीता, अमृता सिंह, पूजा सिंह, स्मृति, रविदास, पूजा भारतीय, नंदलाल, सोनी पाल, शिल्पी चौबे, पिंकी सोनकर, पूनम वर्मा आदि उपस्थित थीं। कार्यक्रम का संचालन डॉ. संजय सोनकर ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. मनीषा देवी ने किया।