वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के दर्शनशास्त्र विभाग में चल रही शोध प्रविधि पर सप्तदिवसीय कार्यशाला के तीसरे दिन गुरुवार को समाजकार्य विभाग के डॉ. संदीप गिरी ने हाउ टू अवॉइड प्लेगेरिज्म इन रिसर्च नामक शीर्षक पर व्याख्यान दिया।
उन्होंने बताया किस प्रकार शोध में citation, रेफरेंसेस तथा फुटनोट्स का प्रयोग किया जाए, जिससे बौद्धिक अथवा साहित्यिक चोरी से बचा जा सके। कार्यक्रम की अध्यक्षता दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रोफेसर राजेश कुमार मिश्र ने की। उन्होंने छात्र-छात्राओं तथा शोधार्थियों को यथासंभव ईमानदारीपूर्वक शोध कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यशाला का संचालन डॉ. आशुतोष त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम के अतिथियों का स्वागत कार्यशाला की समन्वयक प्रो. नंदिनी सिंह ने किया । धन्यवाद ज्ञापन दर्शनशास्त्र विभाग के ही डॉ. शिवपूजन सिंह यादव ने किया। इस अवसर पर प्रो. शशिदेवी सिंह, प्रो. पीतांबर दास, डॉ. अंबरीष राय, मंच कला विभाग की डॉ. संगीता घोष एवं विभिन्न विभागों के शोधार्थियों, छात्र छात्राओं ने कार्यशाला में सहभागिता की।