वाराणसी। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत राष्ट्रीय सेवा योजना की महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ इकाई और हिन्दी विभाग की ओर से शुक्रवार को आशु भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें मिहिर सोनकर, रितेश यादव और हिमांशु यादव अव्वल रहे।
निर्णायक मण्डल में डॉ. विजय रंजन और डॉ. सुरेन्द्र प्रताप सिंह रहे। प्रतियोगिता के बाद हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो. निरंजन सहाय की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में डॉ. विजय रंजन ने कहा कि आजादी से अबतक हम कितना अपडेट है, संविधान को कितना समझते है और विद्यार्थियों का लक्ष्य क्या होना चाहिए पर अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम अधिकारी डॉ. केबी गौडर ने कहा कि हमेशा विद्यार्थी को अपनी बुद्धि को काम देना चाहिए, क्योंकि बुद्धि ही हर जगह काम करती है। प्रयत्नशील विद्यार्थी अवश्य सफलता प्राप्त करेगा। भारत निर्माण में नव युवकों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है।
अध्यक्षीय उद्बोदन में प्रो. निरंजन सहाय ने 1857 की जन क्रांति का जिक्र करते हुए स्वतंत्रता को प्राप्त करने की कठिनाइयों से छात्रों को अवगत कराया तथा आजादी की 75वीं वर्षगांठ को हर्षोल्लास से मनाने का आह्वान किया। डॉ. प्रीति ने भी विचार रखे। संचालन डॉ. अनुकूल चन्द राय ने तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. के० बी० गौडर ने किया।