वाराणसी। बीएचयू के प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग की डॉ. अर्चना शर्मा ने कहा कि महात्मा बुद्ध ने भी नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया था।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के इतिहास विभाग में शनिवार को जी-20 सम्मेलन के प्रचार-प्रसार के लिए आयोजित संगोष्ठी में उन्होंने Voice of women in early Buddhist Literature Issue & challenges विषय पर कहा कि महात्मा बुद्ध के बौद्ध संघ में माता प्रजापति गौतमी , यशोधरा, विशाखा थेरी, गणिका आम्रपाली,चंदा, पन्ना थेरी, रोहिणी थेरी आदि भिक्षुणीयो थी। जिन्होंने बहुत ही सशक्त तरीके से अनेक दान कृत्य दिए।
डॉ शर्मा ने आंकड़ों के माध्यम से महिलाओं के प्रशासनिक कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह सभी स्त्रियां अपने अस्तित्व, अपनी मुक्ति के लिए निरंतर संघर्षरत रही।यह स्त्रियां बौद्ध धर्म के विनाश का कारण नहीं बनी क्योंकि बुद्धमित्रा जैसी स्त्रियों ने स्तूप निर्माण हेतु दान किया। साथ ही समाज में बुद्ध की मूर्ति को प्रतिस्थापित करने का कार्य किया।
मुख्य अतिथि बीएचयू के हिन्दी विभाग के प्रो. विपिन कुमार ने भारतीय संस्कृति के विविध विधाएं विषय पर अनेक पक्ष रखें। उन्होंने बताया कि हमारी जीवन जीने की कला संस्कृति का भाग है। साथ ही उन्होंने भारतीय संस्कृति में वर्णित पुरुषार्थ, संस्कार आदि परंपराओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि भारतीय संस्कृति में कहीं ना कहीं लोकतांत्रिक व्यवस्था की उपेक्षा हुई है कि हमेशा से इसमें अल्पसंख्यक वर्ग का वर्चस्व रहा है क्योंकि उनके पास राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक सता रही है तथा बहुसंख्यक वर्ग इसमें अपने आप को उपेक्षित महसूस करता हुआ प्रतीत होता है।
कार्यक्रम में प्रति कुलपति तथा वाणिज्य एवं प्रबंध शास्त्र संकाय के संकाय अध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार मिश्रा ने जी-20 एवं विश्व की समस्याओं जैसे तथ्यों पर चर्चा की। कार्यक्रम में G-20 के नोडल अधिकारी डॉ. पारिजात सौरभ,अर्थशास्त्र विभाग से उपस्थित थे। कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। मुख्य अतिथियों का स्वागत विभाग के वरिष्ठ आचार्य प्रो. आनंद शंकर चौधरी जी ने किया।
अध्यक्षता एवं धन्यवाद ज्ञापन इतिहास विभागाध्यक्ष प्रो. जया कुमारी आर्यन ने किया। संचालन इतिहास विभाग के अध्यापक डॉ रविंद्र कुमार गौतम ने किया। कार्यक्रम में डॉ. अंजना वर्मा, डॉ. वीरेंद्रप्रताप, डॉ. गोपाल यादव, शैलेश कुमार, डॉ. मनोज कुमार सिंह, डॉ. सुधीर सिंह, डॉ. अलका पांडे, डॉ. अर्चना गोस्वामी ,डॉ. प्रिया श्रीवास्तव, डॉ. अंजू सिंह, डॉ. अनिरुद्ध तिवारी एवं बड़ी संख्या में समस्त छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।