वाराणसी। 73 वें संविधान दिवस के अवसर पर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के शिक्षाशास्त्र विभाग में आयोजित कार्यक्रम मे मुख्य वक्ता विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. नवरत्न सिंह ने कहा कि भारत का संविधान प्रत्येक नागरिक को निरपेक्ष भाव से उनके कर्तव्यों एवं अधिकारों की बात करता है।
डॉ. सिंह ने भारत देश की तुलना एक ऐसे वृक्ष से की जिसकी शाखाएं उसके राज्य है और पत्तियां नागरिक हैं। वृक्ष का अस्तित्व उसकी शाखाओं और पतियों के बिना नही है। अतः यह हम सब का धर्म है कि हम अपने क्रियाकलाप से देश को नवीन ऊचाइयों पर ले जाने के लिए भारतीय संविधान का अध्ययन आवश्यक रूप से करें। इसी में समस्त देशवासियों का उत्थान छिपा हुआ है।
मुख्य वक्ता का स्वागत विभागाध्यक्ष डॉ. शैलेंद्र वर्मा ने करते हुए कहा कि आज संविधान प्रदत्त मूल कर्तव्यों की जानकारी प्राप्त करने एवं उनके अनुपालन पर विशेष ध्यान की आवश्यकता है। कार्यक्रम का प्रारंभ संविधान की उद्देशयिका के वाचन से हुआ। कार्यक्रम का संचालन डॉ. दिनेश कुमार तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. वीणा वादिनी ने किया। कार्यक्रम के अंत मे विद्यार्थियों ने संविधान सम्मत क्रिया कलाप करने की शपथ ली। इस अवसर पर डॉ. राखी देब, डॉ. अभिलाषा जायसवाल, ज्योत्सना राय, अनुक्ता, दरकशां, अलका, प्रियंका, गुंजन, धीरज, राजू,समेत सभी विद्यार्थी उपस्थित थे।