वाराणसी। युवाओं को अपनी ऊर्जा सकारात्मक और सही दिशा में ले जाना चाहिए। जीवन में लक्ष्य निर्धारित करते हुए आत्मानुशासन पर विशेष जोर दें।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के मनविकी संकाय में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत मंगलवार को संस्कार दीक्षा कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि अतिरिक्त पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं में अनंत चिंतन की संभावनाएं हैं। उन्हें रामायण एवं महाभारत की कहानियों से प्रेरणा लेना चाहिए। प्रतिकूल परिस्थितियों में भी मर्यादा को बनाए रखना चाहिए, जैसा कि रामायण में भगवान राम ने विपरीत परिस्थितियों में भी मर्यादा का पालन किया था। विपरीत परिस्थितियों में भी मनुष्य को अपनी प्रसन्नता नहीं छोड़नी चाहिए जैसा कि महाभारत में श्रीकृष्ण के चरित्र में मिलता है। इसी क्रम में उन्होंने छात्र-छात्राओं को अच्छे साहित्य को पढ़ने एवं समालोचनात्मक दृष्टि रखने का सुझाव दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी ने की। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. दिनेश कुमार शुक्ल के वैदिक मंगलाचरण से हुई। स्वागत कार्यक्रम समन्वयक अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ. नलिनी श्याम कामिल ने किया। मानविकी संकाय अध्यक्ष एवं इतिहास विभागाध्यक्ष प्रो योगेंद्र सिंह जी ने छात्र -छात्राओं को कार्यक्रम के उद्देश्य से अवगत कराते हुए संस्कार एवं चरित्र का महत्व बताया। संचालन दर्शन विभाग की प्राध्यापक डॉ. नंदिनी सिंह ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम के संयोजक डॉ. सुनील कुमार विश्वकर्मा ने किया। इस अवसर पर प्रो. विनोद कुमार सिंह, डॉ. अरुण कुमार शर्मा, डॉ. जया कुमारी आर्यन, डॉ. आरती विश्वकर्मा, डॉ. दिनेश चंद्र शुक्ला, डॉ. श्वेता अग्रहरी, डॉ. संगीता घोष, डॉ. अनीता, डॉ. रीना चटर्जी, डॉ. अनुकूल चंद्र, डॉ. मोहम्मद जावेद, डॉ. किरन सिंह मौजूद रहे।