वाराणसी। तनाव, अवसाद तथा माइग्रेन के प्रबंधन में योगिक पद्धतियों की मुख्य भूमिका है। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में आयोजित राष्ट्रीय योग शिविर में शनिवार को यह बात शोध छात्रा अंजना त्रिपाठी ने कही।
अंजना ने बताया कि इन बीमारियों के समाधान के लिए ताड़ासन, अर्ध चक्रासन, उष्ट्रासन, पवनमुक्तासन, योग निद्रा के साथ शीतली, नाड़ी शोधन तथा भ्रामरी प्राणायाम से चेतना की एकाग्रता तथा निर्विचार अवस्था में कुछ देर रहने को कहा।
आसनों के प्रदर्शन में ज्योति तथा श्रवण यादव का सहयोग रहा। प्रारंभ हुए सत्र की सफलता में प्रो. सुशील कुमार गौतम, डॉ. बाल रूप यादव, डॉ. चंद्रमणि, भूपेंद्र कुमार उपाध्याय, रमेश यादव, निशा यादव के योगदान के साथ विश्वविद्यालय परिवार के डॉ. सुरेंद्र, डॉ. राधेश्याम राय, अंजनी प्रसाद, सुरेश कुमार, भारती सहित वाराणसी के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में प्रतिभागियों की उपस्थिति रही।