वाराणसी। लक्ष्य पाने के लिए ईमानदारी और समर्पण जरूरी होता है। परिश्रमी व्यक्ति एक अच्छे इंसान के रूप में समाज में अपनी पहचान बनाता है। यह बात वाराणसी की उद्यमी रीता प्रकाश ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठ की ओर से वूमन इक्वेलिटी डे के मौके पर शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम में कहीं।
मिशन शक्ति फेज-4 के तहत आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने अपने उद्यमी जीवन के अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि किसी भी महिला, बालिका या व्यक्ति के अंदर कोई न कोई प्रतिभा अवश्य निहित होती है| हर व्यक्ति के अंदर जीवन को लेकर कोई न कोई लक्ष्य या स्वप्न अवश्य होता है। इसके लिए अपने व्यक्तित्व का विकास करते हुए अपने लक्ष्य को पाने का प्रयास करें। उन्होंने बताया कि सफलता प्राप्ति के लिए मानवीय मूल्यों का संवर्धन एवं पोषण अति आवश्यक है। अतः हर व्यक्ति को अपने अंदर दया, क्षमा, सहनशीलता, कृतज्ञता, सहयोग एवं समर्पण जैसे मूल्यों को संवर्धित करने का प्रयास करना चाहिए।
कार्यक्रम के अंतर्गत महिलाओं में उद्यमिता का विकास विषय पर निबंध प्रतियोगिता एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। इसमें महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठ की सदस्य डॉ. निशा सिंह, डॉ नीरज धनकड़, डॉ. किरन सिंह, डॉ. संगीता घोष, डॉ. विजय कुमार रंजन, डॉ. ममता सिंह, डॉ. सुनील कुमार विश्वकर्मा के अतिरिक्त डॉ. अंकिता गुप्ता, डॉ. नंदिनी सिंह, डॉ. सिद्धार्थ, डॉ. विवेक, डॉ. धीरेंद्र, डॉ. आरती विश्वकर्मा, डॉ. रीना चटर्जी एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम का संचालन मानविकी संकाय के छात्र हरि ओम नारायण सिंह, अतिथियों का स्वागत महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठ की प्रभारी एवं मिशन शक्ति कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ. निशा सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन संकाय के छात्र विनय राय ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ महापुरुषों के चित्रों पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन तथा कुलगीत की प्रस्तुति के साथ हुआ। समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।