वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी ने कहा कि वृद्ध लोगों के जीवन में आने वाली समस्याओं को सुलझाने में युवाओँ को मदद करनी चाहिए। उन्होंने इसके लिए छात्रों को जागरूक करने का आह्वान किया।
अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर शनिवार को समाज कार्य विभाग में “बदलते वैश्विक परिदृश्य वृद्ध नागरिकों की प्रतिरोध क्षमता” विषय पर आयोजित संगोष्ठी में प्रो. त्यागी ने कहा कि उम्र बढ़ने के साथ कई साधारण काम भी जटिल लगने लगते हैं। शोध छात्रा प्रियंका शर्मा ने वृद्धजनों की समस्याओं और उनके समाधान पर व्यापक चर्चा की।
विशिष्ट अतिथि जिला प्रोबेशन अधिकारी सुधाकर शरण पांडेय ने वृद्धों की बढ़ती संख्या, उनकी दिनचर्या में आने वाली छोटी से छोटी समस्याओं को दूर करने के लिए सरकार की ओर से चलाए जा रहे कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम समन्वयक समाज कार्य विभाग की प्रो. भावना शर्मा ने किया। आरंभ में अतिथियों ने विभाग में प्रो. राजाराम शास्त्री की प्रतिमा पर माल्यर्पण किया।
संगोष्ठी में कुलानुशासक प्रो. अमिता सिंह ने भी विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संकायाध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार मिश्र ने वृद्धों की सम्मस्यो पर व्यवहारगत समाधान के प्रस्तुत करते हुए कहा कि विद्यार्थी अपने घर पर रहकर भी व-द्धों की सेवा करसकते हैं। मुख्य वक्ता प्रो वंदना सिन्हा, समाज कार्य विभाग ने वृद्धों के लिए अंतराष्ट्रीय दिवस मनाने की आवश्यकता और भारतीय समाज में परिवार के ऐतिहासिक विकास में वृद्धों से जुड़े विभिन्न आयामों की चर्चा की। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रमेश कुशवाहा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. संदीप गिरी ने किया। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, अध्यापक एवम समाज कार्य विभाग के सभी अध्यापक तथा सभी पाठ्यक्रमों के विद्यार्थी, शोध छात्र उपस्थित थे।