वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 44वें दीक्षांत समारोह में दो उत्कृष्ट खिलाड़ियों समेत 59 छात्र-छात्राओं के गले में स्वर्ण पदक सजेंगे। दीक्षांत के बारे में कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी ने सोमवार को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन सभागार में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में मीडिया को दी।
कुलपति ने बताया कि इस बार स्नातक स्तर पर 16, स्नातकोत्तर स्तर पर 46 तथा दो उत्कृष्ट खिलाड़ियों को गोल्ड मेडल तथा एक गोल्ड मेडल यूजी तथा एक गोल्ड मेडल पीजी में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थी को दिया जाएगा। एक गोल्ड मेडल संस्कृत में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थी को मिलेगा। 45 पीएचडी उपाधिधारक अभ्यर्थियों को तथा एक गोल्ड मेडल डीलिट उपाधि धारक को दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त यूजी लेवल पर 55561 डिग्री तथा पीजी लेवल पर 30131 डिग्री का वितरण किया जाएगा। इस प्रकार कुल 59 छात्र गोल्ड मेडल से नवाजे जाएंगे तथा 85000 से ज्यादा छात्रों को डिग्री मिलेगी।
कुलपति प्रो. त्यागी ने कहा कि इस बार दीक्षांत समारोह के मुख्य कार्यक्रम में केवल गोल्ड मेडलिस्टों को ही शामिल करने की अनुमति दी गई है। ये गोल्ड मेडलिस्ट गांधी अध्ययन पीठ सभागार में एकत्र होंगे।
कुलपति ने कहा कि इस बार कोविड दोबारा आ गया है। इसलिए, अंतिम समय में हमें दीक्षांत कार्यक्रम में बदलाव करना पड़ा है। गोल्ड मेडल मुख्य मंच से दिया जाएगा। वहीं, हर विभाग के टॉप टेन बच्चों को उपाधियां काउंटर से मिलेंगी। ताकि, हॉल में छात्रों की भारी भीड़ न जुटे। इसके अलावा राजाराम शास्त्री सभागार में छात्रों को बिठाया जाएगा।
3 बड़े डिस्प्ले बोर्ड पर लाइव होगा दीक्षांत
तीन बड़े डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाएंगे। मानविकी संकाय, प्रशासनिक भवन और गांधी अध्ययन पीठ के बाहर बड़े डिस्प्ले में दीक्षांत का लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा। कुलपति ने कहा कि हमारी ओर से पूरी कोशिश है कि कोई बच्चा छूटे न और साथ ही साथ सुरक्षा का भी पूरा प्रबंध हो।
दीक्षांत के बाद पांच दिन का शीत अवकाश
दीक्षांत समारोह के बाद दो से 7 जनवरी के बीच काशी विद्यापीठ में अवकाश रहेगा। कुलपति ने कहा कि शीतावकाश कर दिया गया है। उसी में विद्यापीठ छात्र संघ चुनाव की तैयारियां भी होंगी। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को विश्वविद्यालय के कार्यालय में बुलाया जा सकता है।