वाराणसी। राष्ट्रीय सेवा योजना, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ इकाई की ओर से शनिवार को “वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई स्थल दर्शन एवं चर्चा” पर एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया ।

सत्र का शुभारंभ एनएसएस के लक्ष्य गीत से हुआ l मुख्य अतिथि कार्यक्रम समन्वयक डॉ. केके सिंह ने कहा कि भारत में जब भी महिलाओं के सशक्तिकरण की बात होती है तो महान वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की चर्चा जरूर होती है l वह न सिर्फ एक महान नाम हैं, बल्कि वह एक आदर्श हैं, उन सभी महिलाओं के लिए जो खुद को बहादुर मानती हैं और उनके लिए भी एक आदर्श हैं, जो सोचती है कि वे महिलाएं हैं तो कुछ नहीं कर सकती l रानी लक्ष्मीबाई एक उदाहरण हैं कि अगर महिलाएं चाहें तो कोई भी मुकाम हासिल कर सकती हैं Iप्रत्येक बालिका लक्ष्मी बाई का प्रतिरूप है।
तत्पश्चात सेविकाओं ने नारे लगाए, अपने हौसले की एक कहानी बनाना, खुद को झांसी की रानी बनाना। मुर्दों में भी जान डाल दे, उनकी ऐसी कहानी है वो कोई और नहीं, झांसी की रानी हैं। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. किरण सिंह ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अभिलाषा जायसवाल ने किया I समारोह में कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सतीश कुशवाहा की उपस्थिति रही l