वाराणसी। किसी भी विश्वविद्यालय और छात्रों के बीच माता और संतान के समाव संब्ध होता है। इस लिहाज से विश्वविद्यालयों में पढ़ चुके छात्रों को वहां से निकलने के बातद संस्थान के लिए कुछ न कुछ जरूर करना चाहिए।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्र कल्याण संकाय और पुरातन छात्रसंघ की ओर से सोमवार को “पुरातन छात्र संबंधों का प्रबंधन” विषय पर राधाकृष्णन सभागार में आयोजित व्याख्यान में यह बात पुरातन छात्रसंघ संकायाध्यक्ष प्रो. अनुपमा शर्मा ने कही। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय का पुरातन छात्रसंघ अपनी स्थापना के50 साल पूरे कर चुका है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी ने की। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यापीठ के पुरातन छात्रों को विश्वविद्यलय के विभिन्न कार्यों से जोड़ कर उनकी विशेषज्ञता का लाभ लेना है। कार्यक्रम में विषय प्रवर्तन डॉ. बंशीधर पांडेय ने किया। कार्यक्रम में पुरातन छात्र संघ के अध्यक्ष प्रो. योगेन्द्र सिंह सहित सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, आईक्यूएसी, नैक समन्वयक और सदस्य शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. आरती विश्वकर्मा तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. संदीप गिरी ने किया।