वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के केन्द्रीय पुस्तकालय स्थित समिति कक्ष में गुरुवार को “हर प्रसाद गुप्त इन्क्यूबेशन फाउंडेशन” की ओर से ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। हर प्रसाद गुप्त इन्क्यूबेशन फाउंडेशन के नोडल अधिकारी प्रो. मो. आरिफ ने अतिथियों का स्वागत करते हुए नई शिक्षा नीति-2020 के आलोक में प्रदेश की स्टार्टअप पालिसी के दृष्टिगत विद्यार्थियों में नवाचार की प्रवृत्ति के विकास तथा स्टार्टअप के लिए ईको सिस्टम विकसित करने की योजना पर बात की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. आनन्द कुमार त्यागी ने नवाचार को स्वदेशी एवं आत्मनिर्भरता से जोड़ते हुए भारत की प्राचीन परम्परा में विद्यमान नवाचार एवं कौशल प्रबन्धन पर आधारित ग्रामीण अर्थव्यवस्था की खूबियों का उल्लेख किया। प्रो. त्यागी ने देश की स्वतंत्रता के 75 वर्ष की प्रगति का पुनरावलोकन करते हुए अमृत काल में उन क्षेत्रों पर विशेष बल देने का आह्वान किया, जिनमें अभी कार्य करना शेष है। कुलपति ने नवाचार को प्रोत्साहन देने के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के प्रयासों का उल्लेख करते हुए महाविद्यालयों के प्राचार्यगण से आह्वान किया कि अभियान्त्रिकी एवं प्रौद्योगिकी में हुए उन्नयन का फायदा उठाते हुए नये स्टार्टअप शुरू करने के लिए युवाओं को प्रेत्साहित करें तथा इस हेतु आवश्यक ईको सिस्टम का निर्माण करें, तभी भारत विश्वगुरु का रुतबा पुनः हासिल कर सकेगा।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता नृपेन भट्ट ने स्टार्टअप की अवधारणा पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए उपस्थित विभागाध्यक्ष/संकायाध्यक्षगण, सम्बद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्यगण तथा छात्र -छात्राओं की जिज्ञासाओं का समाधान किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभागाध्यक्षगण, सम्बद्ध राजकीय एवं अनुदानित महाविद्यालयों के प्राचार्यगण ने प्रतिभाग किया तथा नवाचार एवं स्टार्टअप नीति के सम्बन्ध में अपने विचार साझा किये। टीम इन्क्यूबेशन के सदस्य डॉ. विजेन्द्र प्रताप सिंह, डॉ. धनंजय विश्वकर्मा ने भी विचार व्यक्त किये। साथ ही अंजनी कुमार, गौरव सिंह, सर्वेन्द्र खरवार आदि ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का प्रारम्भ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं राष्ट्ररत्न शिवप्रसाद गुप्त के चित्रों पर माल्यार्पण से हुआ। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मुकेश कुमार पथ तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. जय शंकर प्रसाद सिंह ने किया।