वाराणसी। “चित्त के वृत्तियों पर नियंत्रण के लिए योग के नियमों का पालन आवश्यक है। साथ ही आसनों को करते समय अपने शरीर के जोड़ों एवं शारीरिक क्षमता का भी ध्यान रखना चाहिए।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा शिक्षा केंद्र तथा शारीरिक शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित योग महोत्सव में शनिवार को यह बात वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर के डॉ. प्रशांत कुमार राय ने कही। उन्होंने कहा कि अक्सर बिना ज्ञान के हम ऐसे आसन करने या करवाने लगते हैं जिनके लिए करने वाले की शारीरिक योग्यता नहीं होती है,जिसका परिणाम लाभ की जगह हानि के रूप में मिलता है।
डॉ प्रशांत कुमार राय ने प्राणायाम एवं आसनों की तमाम भ्रांतियों को अभ्यास के माध्यम से दूर कराया। पूरक, कुंभक, रेचक के क्रमबद्ध और लयबद्ध संपादन के तरीकों से अवगत कराते हुए आसनों को करने के सही तरीके से प्रर्दशन के माध्यम से परिचित कराया। आसनों के क्रियान्वयन में डॉ सुरेश कुमार ने सहयोग प्रदान किया।
इस अवसर पर डॉक्टर बालरूप यादव,डॉ. चंद्रमणि, अभिषेक कुमार मिश्र, अमित कुमार गौतम, भूपेंद्र कुमार उपाध्याय, प्रताप शंकर दुबे, निशा यादव, पूजा सोनकर, डॉ. राधेश्याम राय, जयशंकर प्रसाद सिंह, हीरालाल पाल, मोहम्मद हुसैन, अशोक उपाध्याय, लालता प्रसाद, सुरेश कुमार यादव सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।