वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के गांधी अध्ययनपीठ स्थित सभागार में उच्च शिक्षण संस्थानों (विश्वविद्यालय और सम्बद्ध महाविद्यालयों) के लिए नैक मूल्यांकन की अनिवार्यता व इसे बढ़ावा देने और नेक मूल्यांकन की प्रक्रिया व प्रबन्धन से सम्बन्धित एक विशेष कार्यशाला सोमवार को आहूत की गयी।
इस कार्यशाला में बेंगलुरु से आए सहायक नैक सलाहकार डॉ. नीलेश पाण्डेय ने प्रस्तुतिकरण दिया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के अधिकतर संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, नैक क्राइटेरिया व आईक्यूएसी के सदस्य, सम्बद्ध महाविद्यालय के प्राचार्य, क्षेत्रीय उच्च शिक्षाधिकारी डॉ. ज्ञान प्रकाश वर्मा एवं कुलसचिव हरीश चंद उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का संयोजन नैक समन्वयक प्रो. मो. आरिफ और संचालन डॉ. मुकेश पंत ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. संदीप गिरी ने किया। डॉ. नीलेश पाण्डेय, ने नैक मूल्यांकन से सम्बन्धित प्रत्येक प्रक्रिया से अवगत कराया व लोगों के प्रश्नों का उत्तर भी दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रो. सुधीर कुमार शुक्ला ने नैक मूल्यांकन की अनिवार्यता पर प्रकाश डाला और साथ ही क्षेत्रीय उच्च शिक्षाधिकारी डॉ. जीपी वर्मा ने नेक ग्रेडिंग की अपरिहार्यता से अवगत कराया।