वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के राजनीति विज्ञान विभाग में शुक्रवार को विश्व क्षय रोग दिवस उन्मूलन के परिप्रेक्ष्य में निक्षय दिवस के कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
विभागाध्यक्ष प्रो. सूर्यभान प्रसाद ने कहा कि क्षय रोग के उन्मूलन के लिए समाज में जागरूकता फैलानी होगी। वर्तमान में क्षय रोग का निवारण किया जा सकता है, जबकि पहले ये असाध्य रोग था। इसके प्रति भारत की प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र, विश्व को वर्ष 2030 तक इससे उन्मुक्ति की संकल्पना लेकर चल रहा है जबकि भारत इसे 2025 तक ही इसे प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है।
कार्यक्रम में डॉ. विजय कुमार, डॉ. रवि प्रकाश सिंह, डॉ. पीयूष मणि त्रिपाठी, डॉ. जयदेव पाण्डेय, डॉ. ज्योति सिंह सहित स्नातक, स्नातकोत्तर एवं शोध छात्रों ने प्रतिभाग किया।
सामाजिक, आर्थिक और मानसिक स्थिति पर प्रभाव

अर्थशास्त्र विभाग में आयोजित कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष प्रो. राजीव कुमार ने कहा कि क्षय रोग का उन्मूलन आवश्यक है। जागरुकता के प्रसार से इससे बचा जा सकता है तथा इसे फैलाने से रोका जा सकता है। मुख्य वक्ता डॉ. पारस नाथ मौर्य ने कहा कि एक ऐसी बीमारी है जो सामाजिक, आर्थिक एवं मानसिक स्थिति पर प्रभाव डालती हैं। इस बीमारी को स्वच्छ वातावरण तैयार करके, स्वस्थ आहार एवं जीवन शैली को अपनाकर रोका जा सकता है। उन्होंने उपस्थित जनों को व्यसनों से दूर रहने का आह्वान् किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. राकेश कुमार तिवारी ने, विषय प्रवर्तन कार्यक्रम समन्वयक प्रो. हंसा जैन ने तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. गंगाधर ने किया। इस अवसर पर विभाग के समस्त अध्यापक, कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।