वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के शिक्षा शास्त्र विभाग में आयोजित कार्यक्रम में प्रो शैला परवीन ने कहा कि शोध सत्यापन को संदर्भ लेखन की प्रमाणिक जानकारी जरूरी है। शोध को प्रमाणिक बनाने मे संदर्भो का एक महत्त्वपूर्ण स्थान है।

प्रो. शैला ने पूर्व के शोधों की सम्यक् जानकारी को शोध प्रबंध मे उचित तरीके से लिखने के लिए एपीए, एमएलए एवं शिकागो विधि के विभिन्न तरीको पर कहा कि सामान्यतः समाज विज्ञान के क्षेत्र मे एपीए तथा साहित्य के क्षेत्र मे एमएलए का उपयोग शोधार्थियों द्वारा ही किया जाना चाहिए। प्रो. शैला परवीन ने ग्रंथ सूची एवं संदर्भ सूची मे अंतर को विभिन्न उदाहरणों की सहायता से स्पष्ट करते हुए शोधार्थियों की जिज्ञासाओ का शमन किया।
मुख्य वक्ता का स्वागत विभागाध्यक्ष् डॉ. शैलेंद्र वर्मा ने किया। संचालन रोहिणी मालवीय एवं धन्यवाद ज्ञापन विजेता ने किया। इस अवसर पर डॉ. राखी देब, डॉ. वीणा वादिनी,डॉ. अभिलाषा, डॉ. दिनेश, डॉ. रमेश, डॉ ज्योत्सना राय, उम्मुल् फातमि, मनोज यादव, पूनम कुमारी, ज्योति मिश्र, शालिनी, विजेता, कृष्ण भारती, ज्योति झा, तूलिका, शृंखला, धीरज, काजल समेत सभी शोधार्थी उपस्थित थे। यह जानकारी विवि के सूचना एवं जन संपर्क अधिकारी डॉ. नव रतन सिंह ने दी।