वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत शनिवार को नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। इसमें छात्रों और छात्राओं ने भ्रष्टाचार और जातिवाद जैसे मुद्दों पर प्रहार किया।
यह आयोजन छात्र कल्याण संकाय एवं राष्ट्रीय सेवा योजना की ओर से किया गया। समाज कार्य विभाग, अंग्रेजी विभाग तथा मनोविज्ञान विभाग की अलग-अलग टीमों ने नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति की। सभी टीमों ने अलग-अलग विषय का चयन किया था। समाज कार्य विभाग की टीम ने भ्रष्टाचार और जातिवाद को अपनी प्रस्तुति के लिए चुना था। अंग्रेजी विभाग ने आखिर कब तक के अंतर्गत भ्रूण हत्या को ध्यान में रखते हुए प्रस्तुति दी। इस प्रस्तुति में कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए मिशन शक्ति की भूमिका पर प्रकाश डाला गया।
मनोविज्ञान विभाग की टीम ने बदलती काशी और काशी विद्यापीठ पर नुक्कड़ नाटक किया। इस कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष डॉ. बंशीधर पाण्डेय ने की। उन्होंने बताया कि नुक्कड़ नाटकों के जरिए सामाजिक संदेशों को आमजन तक आसानी से पहुंचाया जा सकता है।प्रतियोगिता में निर्णायक समाजशास्त्र विभाग की डॉ.भारती रस्तोगी और मंच कला विभाग की डॉ. आकांक्षा वर्मा थी। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ.केके सिंह, मिशन शक्ति की संयोजिका डॉ. निशा सिंह ,सहायक संकायाध्यक्ष, छात्र कल्याण डॉ. रमन पंत, डॉ. राहुल गुप्ता, डॉ.दुर्गेश उपाध्याय, डॉ. आरती विश्वकर्मा के साथ ही डॉ. किरण सिंह, डॉ. ममता सिंह, डॉ. अनीता सिंह गौतम ,रजनीश तिवारी, अमिताभ सिंह नीलू ,अभिषेक राय समेत उपस्थित थे। अंत में सभी प्रतिभागियों को स्वर्ण पदक एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. राहुल गुप्ता तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ.रमन पंत द्वारा किया गया।