वाराणसी। पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखने के लिए सात्विक एवं संतुलित आहार के साथ-साथ योगासनों का भी अभ्यास आवश्यक है। पाचन तंत्र के सुदृढ़ीकरण में नियमित रूप से किया गया योगाभ्यास बहुत ही लाभदायक होता है,यह पाचन तंत्र को मजबूत करने के साथ-साथ शरीर के तमाम विकारों को दूर करता है।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा शिक्षा केंद्र और शारीरिक शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित योग महोत्सव के चौथे दिन सोमवार को यह बात योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा विभाग के डॉ. चंद्रमणि ने कही। सूक्ष्म व्यायाम के बाद सूर्य नमस्कार के नियमित अभ्यास के साथ आज के सत्र का शुभारंभ हुआ जिसमें पाचन तंत्र को मजबूत करने वाले प्रमुख आसन जैसे सुप्तउदराकर्ष आसान, धनुरासन, तिर्यक ताड़ासन, उत्तानपादासन, वज्रासन, अर्धमत्स्येंद्रासन, नौकासन आदि का प्रशिक्षण प्रदान किया गया।साथ ही आसन के पूर्व की तैयारियों, कितनी देर तक आसन करें तथा आसनोंपरांत शारीरिक विश्राम की विभिन्न अवस्थाओं की जानकारी भी दी गई।नाड़ी शोधन प्राणायाम,शीतली प्राणायाम तथा भ्रामरी प्राणायाम के माध्यम से शरीर के वाह्य एवं आंतरिक शोधन का अभ्यास भी कराया गया।
योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा शिक्षा केंद्र के निदेशक प्रो. सुशील कुमार गौतम के निर्देशन में संचालित हो रहे योग महोत्सव में डॉ कुंदन सिंह, डॉ. बालरूप यादव, अभिषेक कुमार मिश्र, अमित कुमार गौतम, भूपेंद्र उपाध्याय, रमेश यादव, प्रताप शंकर दुबे, निशा यादव एवं पूजा सोनकर के साथ बड़ी संख्या में कर्मचारी विद्यार्थी एवं नगर से आए प्रतिभागी उपस्थित थे>