वाराणसी। छात्र-छात्राओं को लक्ष्य की प्राप्ति की दिशा में लगातार आगे बढ़ते रहना चाहिए। तभी उन्हें सफलता हासिल होगी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में बुधवार को संस्कार दीक्षा साप्ताहिक कार्यक्रम के मौके पर मुख्य अतिथि अंतर विश्वविद्यालय अध्यापक शिक्षा केंद्र के निदेशक प्रेमनारायण सिंह ने यह बात कही।
डॉ. भगवानदास केंद्रीय पुस्तकालय के समिति कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र व स्मृति चिह्न दिये गए। इन छात्र-छात्राओं ने विद्यापीठ में निबंध, वाद-विवाद, देशभक्ति गीत, रंगोली, पोस्टर प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया था।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी ने मानविकी संकाय द्वारा आयोजित संस्कार दीक्षा कार्यक्रम की सराहना की तथा कहा कि इस तरह का कार्यक्रम छात्रों के भौतिक एवं आध्यात्मिक उन्नयन में अत्यधिक सहायक होगा एवं प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल के सपनों को साकार कर संस्कार युक्त समाज एवं देश का निर्माण करने में उपयोगी सिद्ध होगा।
अतिथियों का स्वागत इतिहास विभागाध्यक्ष एवं मानविकी संकाय अध्यक्ष प्रो.योगेंद्र सिंह ने किया। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम कराने का उद्देश छात्र छात्राओं को संस्कारवान बनाने के लिए प्रेरित करना था। कार्यक्रम का प्रतिवेदन अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. नलिनी श्याम कामिल ने प्रस्तुत किया। डॉ. कामिल ने सात दिनों तक आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के बारे में बताया।
कार्यक्रम में सह संयोजक सुनील कुमार विश्वकर्मा, डॉ. संगीता घोष, आरती विश्वकर्मा, डॉ. रामाश्रय यादव, अनुकूल चंद्र राय, डॉ. जया कुमारी आर्यन, डॉ. अंजना वर्मा एवं आकांक्षी आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. नंदिनी सिंह दर्शनशास्त्र विभाग तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो. राजेश कुमार मिश्रा विभागाध्यक्ष दर्शनशास्त्र विभाग ने किया।