वाराणसी। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि आजादी के अमृत काल में भारत ने 400 बिलियन डॉलर से अधिक का निर्यात किया है। निर्यात क्षेत्र देश के उद्यमियों को नया अवसर प्रदान कर रहा है।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के गांधी अध्ययन केंद्र में रविवार को आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अनुप्रिया ने कहा कि कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर प्रत्येक देशवासी को 13 से 15 अगस्त तक अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज को फहराना है। उन्होंने यह अवगत कराया कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश ने अत्यन्त प्रगति की है।
विशिष्ट अतिथि उत्तर प्रदेश के आयुष खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दया शंकर मिश्र दयालु ने इस बात को रेखांकित किया कि इस तरह के आयोजन राष्ट्रीय चेतना को जाग्रत करने व उसके वर्द्धन में सहायक होते हैं । उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान को याद किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. एके त्यागी ने कहा कि स्वतंत्रता आन्दोलन में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की स्थापना असहयोग आन्दोलन के दौरान 1921 में हुई है तथा इस संस्था का राष्ट्रीय स्वतंत्रता आन्दोलन में अप्रतिम योगदान रहा है और विश्वविद्यालय ने इस गौरवशाली परम्परा को बनाये रखते हुए आजादी के 75वे वर्ष में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया है और आज का कार्यक्रम इसकी एक कड़ी है।
कार्यक्रम से पहले मुख्य अतिथि ने राष्ट्रीय ध्वज का आरोहण किया। कार्यक्रम में वाराणसी के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सीताराम शास्त्री को सम्मानित करने के अतिरिक्त छह दिवंगत स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों स्व. धन्य कुमार जैन, स्व. पन्नालाल पाण्डेय, स्व. प्रभुनारायण सिंह, स्व. श्याम लाल शर्मा, स्व. राम चन्द्र नरहर बापट व स्व. पं० श्यामाचरण मिश्र के पारिवारिक सदस्यों, आश्रितों का सम्मान किया गया। इसके उपरान्त एक जनभागीदारी कार्यक्रम हुआ, जिसमें 500 से अधिक लोगों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में पद्मश्री डॉ. रजनीकान्त को 75 जीआई प्रार्थना पत्र फाइल करने के लिये सम्मानित भी किया गया।