वाराणसी। उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय (एम.ओ.सी.ए.) ने शनिवार को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस मनाया। इस अवसर पर, आईआईटी (बीएचयू), वाराणसी और उपभोक्ता मामलों के विभाग (डी.ओ.सी.ए.) ने मंत्री श्री पीयूष गोयल की उपस्थिति में “डिजिटल मेट्रोलॉजी के लिए ज्ञान साझेदारी” के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए । इस साझेदारी ने आईआईटी (बीएचयू), वाराणसी और उपभोक्ता मामले मंत्रालय के बीच सक्रिय समन्वय स्थापित करने की दिशा में एक शुरुआत की है।
यह जानकारी देते हुए संस्थारन के डीन रिसर्च एवं डेवलपमेंट प्रो. विकाश कुमार दूबे ने बताया कि यह ज्ञान साझेदारी उपरोक्त मंत्रालय के साथ डिजिटल मापिकी के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास, शिक्षण और प्रशिक्षण के लिए एक मंच प्रदान करेगी, जो देश में विभिन्न उपभोक्ता वस्तुओं और उत्पादों में सटीक और सुसंगत इलेक्ट्रॉनिक माप और उपकरण के लिए उपयोग में लाया जाएगा। आईआईटी (बीएचयू) और उपभोक्ता मामलों के विभाग (एमओसीए) को विकास, एकीकरण और प्रौद्योगिकी विस्तार परियोजनाओं के साथ-साथ टैंपर-प्रूफ उपकरणों के लिए जनशक्ति प्रशिक्षण के माध्यम से उपभोक्ता वस्तुओं और उत्पादों में नवीन, अत्याधुनिक तकनीकों और वैश्विक मानकों को लाने में सहायता करेगा।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (बीएचयू), वाराणसी ने भारत में कानूनी मेट्रोलॉजी को मजबूत करने के लिए ‘डिजिटल मेट्रोलॉजी’ के लिए ज्ञान साझेदारी स्थापित करने के लिए उपभोक्ता मामलों के विभाग (डीओसीए) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह कदम आईआईटी (बीएचयू) के बीच सहयोग की भावना को मजबूत करेगा । उपभोक्ता वस्तुओं और उत्पाद वितरण में सटीक माप और उपकरण में तकनीकी नवाचार का देश के विकास पर बहुत प्रभाव पड़ेगा। आईआईटी (बीएचयू) उपभोक्ता वस्तुओं में डिजिटल मैट्रोलोजी अनुपालन और कार्यान्वयन के न्यूनतम मानकों पर हैंडबुक/साहित्य/केस स्टडी की तैयारी का सहयोग करेगा । विभिन्न कोर और अंतःविषय स्तरों पर यूजी और पीजी कार्यक्रमों के पाठ्यक्रम में कानूनी मेट्रोलॉजी पर मानक भी प्रस्तुत किए जाएंगे ।
संस्थान के निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन ने कहा कि यह समझौता ज्ञापन भारतीय उपभोक्ता वस्तुओं और वैश्विक मानकों में डिजिटल मेट्रोलॉजी में अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक्स लाने के तरीकों और दृष्टिकोणों को बढ़ाएगा। यह सहयोग उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय को इलेक्ट्रॉनिक माप और इंस्ट्रूमेंटेशन सिस्टम के माध्यम से सार्वजनिक वितरण प्रणाली में न्याय और पारदर्शिता लाने में मदद करेगा, जिसका उपयोग ईंधन स्टेशनों या गैस प्रवाह मीटर या ऊर्जा मीटर और यहां तक कि डिजिटल वजन मशीनों में भी किया जा रहा है, जो हर किसी को प्रभावित करता है। आईआईटी (बीएचयू) वाराणसी के पास 18+ विभागों और उनके कई अनुसंधान समूहों में उपलब्ध अंतःविषय विशेषज्ञता इस ज्ञान साझेदारी की सफलता की रीढ़ है। इस साझेदारी के तहत, आईआईटी (बीएचयू) वाराणसी और डीओसीए दोनों प्रमुख कानूनी मेट्रोलॉजी मुद्दों को हल करने के लिए हाथ मिलाएंगे ।