वाराणसी। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (बीएचयू), वाराणसी में 16 से 30 सितम्बर तक आयोजित हिन्दी पखवाड़ा के तहत शुक्रवार को हिन्दी वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
प्रतियोगिता संस्थान के एनी बेसेंट व्याख्यान कक्ष संकुल में अपराह्न तीन बजे से हुई, जिसमें संस्थान के गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों ने सहभागिता की। इसके अंतर्गत कर्मचारियों को “सदन की राय में राष्ट्र के बहुमुखी विकास में नैतिक मूल्यों का ह्रास मुख्य बाधा है” विषय दिया गया था। विद्यार्थियों को “सदन की राय में भौतिक सुविधाएं ही सुख का आधार है ” विषय के पक्ष एवं विपक्ष में विचार रखने थे। प्रतिभागियों ने बहुत अच्छे एवं सारगर्भित विचार रखे। प्रतियोगिता के आयोजक डॉ. सूर्य देव यादव, सहायक आचार्य, धातुकीय अभियांत्रिकी विभाग थे एवं पर्यवेक्षक डॉ. नवीन उपाध्याय, डॉ. रजनीश, एआर अखिल नवानी, डॉ. प्रांजल चंद्रा एवं डॉ. हरसिमरन कौर रहीं।
हिन्दी पखवाड़ा आयोजन समिति के अध्यक्ष आचार्य संजय कुमार पांडेय ने सभी का उत्साह वर्धन किया एवं कार्यक्रम का संचालन रोहित कुमार राय, सह-हिंदी अधिकारी ने किया। इस अवसर पर राजभाषा प्रकोष्ठ से राजीव रंजन, अधीक्षक (राजभाषा) एवं शशांक पाठक, हिंदी अनुवादक भी उपस्थित थे।