वाराणसी। आईआईटी बीएचयू की मुख्य लाइब्रेरी अब संस्थान के पुरा छात्र श्रीनिवास देशपांडे के नाम से जानी जाएगी। देशपांडे 1948 बैच के छात्र रहे हैं। उन्होंने इंडस्टियल केमेस्ट्री में स्नातक की डिग्री हासिल की थी।
अमेरिका में रहने वाले देशपांडे के पुत्र देश देशपांडे और उनकी पत्नी जयश्री देशपांडे ने इस माह की शुरुआत में अमेरिका स्थित आईआईटी बीएचयू फाउंडेशन से सम्पर्क करके संस्थान के लिए एक मिलियन डॉलर (करीब सात करोड़ रुपये) देने की इच्छा जताई थी। इसके बाद संस्थान की लाइब्रेरी श्रीनिवास देशपांडे के नाम पर संचालित करने की योजना बनाई गयी।
लाइब्रेरी का नामकरण समारोह 24 जून को आयोजित किया गया। इसमें देशपांडे परिवार समेत कई अतिथि और पुराछात्र वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़े। इस मौके पर संस्थान के निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन ने कहा कि श्रीनिवास देशपांडे के परिवार की ओर से संस्थान को दिया दान काफी लाभकारी सिद्थ होगा। इससे हम विकास की गति को बढ़ा सकेंगे। उन्होंने कहा कि उनका अमूल्य योगदान हमें चौतरफा विकास करने में मददगार साबित होगा।
इस समारोह में बीएचयू के कुलपति प्रो.सुधीर कुमार जैन, डीन रिसोर्स ऐंड एलुमनी प्रो. राजीव श्रीवास्तव, आईआईटी बीेचयू के सभी डीन और प्रोफेसर, प्रोफेसर इंचार्ज लाइब्रेरी और डिप्टी लाइब्रेरियन शामिल रहे।
IIT (BHU) Foundation President, Shri. Arun Tripathi and Foundation’s board member Shri. Ramesh Srinivasan (President/CEO of Agilysys) speaking for the Foundation thanked the Deshpande family for their generous support of the Institute. Shri Srinivasan expressed the Foundation’s commitment to continue to engage alumni all over the world in building a legacy by supporting IIT (BHU).