वाराणसी। आईआईटी बीएचयू फाउंडेशन ने अकादमिक सत्र 2021-25 के 21 छात्र-छात्राओं के लिए स्कॉलरशिप की पहली किस्त जारी कर दी है। यह फाउंडेशन पुरा छात्रों की ओर से दिये गये फंड से गरीब छात्रों की मदद करने के लिे बनाया गया है।
आईआईटी बीएचयू फाउंडेशन का गठन संस्थान से पढ़े पुरा छात्रों ने अमेरिका में किया है। यह नॉन प्रॉफिट संगठन है। इसकी ओर से उन छात्र-छात्राओं की सूची जारी की, जिन्हें स्कॉलरशिप दी जानी है। यह स्कॉलरशिप छात्रों की पढ़ाई और मेडिकल पर होने वाले खर्च के लिए दी जाती है। स्कॉलरशिप के लिए आईआईटी बीएचयू में प्रवेश लेने वाले छात्र आवेदन कर सकते हैं। पात्र छात्रों का चयन एक चयन समिति करती है। इसके अध्यक्ष 1989 बैच के छात्र कुमार जयंत (ईईई) हैं। डीन ऑफ एकेडमिक अफेयर्स और डीन ऑफ रिसोर्सेस ऐंड एल्युमनाई इसके सदस्य हैं।
फाउंडेशन के लिए कोष का गठन साइबर स्क्यूरिटी लीडर पालो ऐंड नेटवर्क्स के सीईओ तथा आईआईटी बीएचयू के पुरा छात्र निकेश अरोड़ा की ओर से दिये दो मिलयन अमेरिकी डॉलर के दान से किया गया था। अरोड़ा ने कहा कि इस कोष का उद्देश्य छात्रों को उनकी शैक्षणिक आकांक्षाओं को पूरा करने में सहयोग करने का एक जरिया है। फाउंडेशन ने मौजूदा सत्र के जिन्हें सहयोग दिया है, उनमें सात छात्राएं भी हैं। स्कॉलरशिप के लिए कुल 340 आवेदन आए थे। स्कॉलरशिप चयन समिति के प्रमुख कुमार जयंत ने कहा कि इस सहयोग का उद्देश्य इंजीनियरिंग में करियर बनाने के इच्छुक युवाओं के लिए रास्ता बनाना है। पहली किस्त में चयनित छात्राओं को स्कॉलरशिप के रूप में कुल 40 लाख रुपये मिलेंगे।
आईआईटी बीएचयू के निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन ने स्कॉलरशिप पाने वाले सभी छात्र-छात्राओं को बधाई और शुभकामना दी है। उन्होंंने साथ ही निकेश अरोड़ा का धन्यवाद भी किया, जिनकी वजह से यह संभव हो सका। डीन ऑफ रिसोर्सेस ऐंड एल्युमनाई प्रो. राजीव श्रीवास्तव और डीन ऑफ एकेडमिक प्रो. एसबी द्विवेदी ने कहा कि संस्थान के पूर्व छात्रों ने जिस तरह मौजूदा छात्रों के सहयोग की पहल की है, वह काफी सराहनीय है।
स्कॉलरशिप पाने वाली एक छात्रा भाव खुराना ने बताया कि उनके पिता का कुछ वर्ष पहले दुर्घटना में निधन हो गया था। उनकी मां ने उन्हें पढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत की है। यह स्कॉलरशिप मुझे व मेरी मां को काफी राहत देगी। एक अन्य छात्रा सोनाली वर्मा ने कहा कि धनाभाव से जूझ रहे मेरे परिवार के लिए यह स्कॉलरशिप संजीवनी की तरह है। इन दोनों ने स्कॉलरशिप के लिए फाउंडेशन को धन्यवाद दिया है।
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